नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित होने जा रहे महाकुंभ मेले में इस बार एक विशेष पहल देखने को मिल रही है। अदाणी ग्रुप ने महाकुंभ में पुण्य कमाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अदाणी ग्रुप ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (ISKCON) के साथ मिलकर महाप्रसाद सेवा शुरू करने का फैसला लिया है। इस पहल के तहत पूरे महाकुंभ के आयोजन तक प्रतिदिन 50 लाख भक्तों को मुफ्त भोजन प्रदान किया जाएगा।
गौतम अदाणी का ट्वीट
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने इस सेवा की घोषणा करते हुए गुरुवार को X (Twitter) पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “कुंभ सेवा की वो तपोभूमि है, जहां हर हाथ स्वतः ही परमार्थ में जुट जाता है! यह मेरा सौभाग्य है कि महाकुंभ में हम इस्कॉन इंडिया के साथ मिलकर श्रद्धालुओं के लिए ‘महाप्रसाद सेवा’ शुरू कर रहे हैं। इसमें मां अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से लाखों लोगों को मुफ्त में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा, “इस संदर्भ में गुरुवार को इस्कॉन के गुरु प्रसाद स्वामी जी से मिलकर सेवा के प्रति समर्पण की शक्ति को गहराई से अनुभव करने का अवसर प्राप्त हुआ। सच्चे अर्थों में सेवा ही राष्ट्रभक्ति का सर्वोच्च स्वरूप है। सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है।”
गुरु प्रसाद स्वामी की टिप्पणी
इंटरनेशनल कृष्णा कॉन्शसनेस सोसाइटी (ISKCON) के प्रमुख प्रचारकों में से एक गुरु प्रसाद स्वामी ने इस पहल पर टिप्पणी करते हुए कहा, “अदाणी ग्रुप हमेशा कॉर्पोरेट जिम्मेदारी और सामाजिक सेवा का एक चमकदार उदाहरण रहा है, जो चीज गौतम अदाणी को उत्कृष्ट बनाती है, वह उनकी विनम्रता है। वह कभी इंतजार नहीं करते हैं। वह नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने के लिए हमेशा आगे बढ़ते हैं। हम उनके योगदान के लिए बेहद आभारी हैं। उनका काम हमें समाज को वापस देने और मानवता की सेवा में एकजुट होने के लिए प्रेरित करता है।”
महाप्रसाद सेवा का विस्तार
अदाणी ग्रुप और इस्कॉन के द्वारा की जा रही महाप्रसाद सेवा महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए बेहद खास साबित होने वाली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाकुंभ में प्रतिदिन 50 लाख भक्तों को महाप्रसाद दिया जाएगा। यह भोजन मेला क्षेत्र के अंदर और बाहर स्थित दो रसोई में तैयार किया जाएगा। महाकुंभ क्षेत्र में 40 जगहों पर इस प्रसाद को वितरित किया जाएगा, जिससे श्रद्धालु आसानी से इसका लाभ उठा सकेंगे।
वॉलन्टियर्स और विशेष व्यवस्थाएं
इस सेवा के आयोजन में 2500 वॉलन्टियर्स सक्रिय रूप से काम करेंगे, जो प्रसाद वितरण, भीड़ नियंत्रण और अन्य व्यवस्थाओं में मदद करेंगे। इसके अलावा, दिव्यांगों, बुजुर्गों और माताओं के लिए गोल्फ कार्ट की व्यवस्था की गई है, ताकि वे आसानी से प्रसाद प्राप्त कर सकें और महाकुंभ के अनुभव का आनंद ले सकें।
इसके साथ ही, गीता सार की 5 लाख कॉपियां भी भक्तों में बांटी जाएंगी, ताकि उन्हें धार्मिक शिक्षा और प्रेरणा प्राप्त हो सके। यह कदम महाकुंभ के दौरान धार्मिक और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
अदाणी ग्रुप का समाज सेवा में योगदान
अदाणी ग्रुप का यह कदम न केवल महाकुंभ के भक्तों के लिए एक बड़ी राहत का संदेश है, बल्कि समाज सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है। अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने हमेशा सामाजिक कार्यों को प्राथमिकता दी है और इस पहल के माध्यम से उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को और मजबूती से निभाया है।
महाकुंभ में इस पहल का महत्व
महाकुंभ, जो हर 12 वर्ष में आयोजित होता है, एक ऐसा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो न केवल भारत से, बल्कि विदेशों से भी लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस साल महाकुंभ में 50 लाख से अधिक भक्तों के पहुंचने का अनुमान है, और अदाणी ग्रुप के द्वारा शुरू की गई महाप्रसाद सेवा का उद्देश्य इन श्रद्धालुओं की सेवा करना है, जिससे उन्हें सही आहार मिल सके और वे इस पुण्य आयोजन का पूरा लाभ उठा सकें।
अदाणी ग्रुप और इस्कॉन का यह सहयोग महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगा। महाप्रसाद सेवा के माध्यम से लाखों लोग मुफ्त में भोजन प्राप्त करेंगे और यह कदम भारतीय समाज में सामूहिक सेवा और धर्म के प्रति समर्पण की भावना को और मजबूत करेगा। इस पहल से यह भी साबित होता है कि जब बड़े संस्थान और धार्मिक संगठन मिलकर काम करते हैं, तो समाज में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।