Advertisement

Advertisements

आगरा में हाईकोर्ट खण्डपीठ स्थापना की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने भरी हुंकार

MD Khan
4 Min Read
आगरा में हाईकोर्ट खण्डपीठ स्थापना की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने भरी हुंकार
आगरा: आगरा में हाईकोर्ट खण्डपीठ की स्थापना की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने एक बार फिर से आवाज उठाई है। यह आंदोलन वर्ष 1966 से लगातार जारी है, और अब इसे और भी तेज किया गया है। अधिवक्ताओं का कहना है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में न्याय की पहुंच को आसान बनाने के लिए, आगरा में हाईकोर्ट की खण्डपीठ की स्थापना जरूरी है। इसके लिए अधिवक्ताओं और जनप्रतिनिधियों द्वारा संघर्ष जारी रखा जाएगा।

हाईकोर्ट खण्डपीठ स्थापना की दिशा में कदम बढ़ाने की योजना

जनमंच द्वारा आयोजित बैठक में अधिवक्ताओं ने सरकार से आग्रह किया कि जस्टिस जसंवत सिंह आयोग की रिपोर्ट के आधार पर आगरा में हाईकोर्ट खण्डपीठ की स्थापना की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि आगरा की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए यहाँ हाईकोर्ट खण्डपीठ स्थापित किया जाना चाहिए, ताकि उत्तर प्रदेश के लोगों को सस्ता और सुलभ न्याय मिल सके।

See also  घर में घुस युवती के साथ दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार

बैठक में इस विषय पर गहन चर्चा की गई और तय किया गया कि 7-8 दिसंबर 2024 को आगरा के दोनों सांसदों से मुलाकात की जाएगी। इस मुलाकात में अधिवक्ता सांसदों से आग्रह करेंगे कि वे संसद के शीतकालीन सत्र में हाईकोर्ट खण्डपीठ के प्रस्ताव को पारित करने के लिए सरकार पर दबाव डालें।

आन्दोलन की रणनीति

जनमंच ने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे इस संघर्ष में सक्रिय रूप से भाग लें। संगठन ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों जगह एक ही राजनीतिक दल की सरकारें हैं, इसलिए यह समय हाईकोर्ट खण्डपीठ की स्थापना के लिए सबसे उपयुक्त है। अगर इस बार भी यह प्रस्ताव संसद में पारित नहीं हुआ, तो उत्तर प्रदेश के लोगों और अधिवक्ताओं को इस मुद्दे के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ेगा।

See also  जिस तुर्किये पिस्टल से टिल्लू ताजपुरिया को उड़ाना था उसी से अतीक-अशरफ को उड़ाया

अधिवक्ताओं की पूरी ताकत एकजुट

जनमंच की इस बैठक में आगरा के विभिन्न अधिवक्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनमंच के अध्यक्ष चौधरी अजय सिंह ने की, जबकि संचालन पवन कुमार गुप्ता ने किया। इस बैठक में आगरा एडवोकेट एसोसिएशन के महामंत्री फूल सिंह चौहान, पी.पी. सक्सैना, महेश बाबू गौतम, सारस्वत, प्रदीप कुमार, महिला अधिवक्ता पूजा यादव, वीरेन्द्र फौजदार, गिर्राज रावत, जीतेन चौहान, दिलीप फौजदार, नवल सिंह, और अन्य प्रमुख अधिवक्ता उपस्थित रहे।

आगरा के जनप्रतिनिधियों को साथ लाने का संकल्प

जनमंच ने अपने अभियान में आगरा के सभी जनप्रतिनिधियों को साथ लाने का संकल्प लिया है। संगठन ने कहा कि हाईकोर्ट खण्डपीठ की स्थापना से न केवल आगरा, बल्कि उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों के नागरिकों को भी न्याय के लिए लंबा सफर तय नहीं करना पड़ेगा।

See also  NEET में कम स्कोर? अब चिंता नहीं! आगरा में 'MBBS अब्रॉड एक्सपो' ने खोली विदेशों में डॉक्टरी की राह

आगरा में हाईकोर्ट खण्डपीठ की स्थापना के लिए अधिवक्ताओं का यह आंदोलन और भी तेज होता जा रहा है। जनमंच और अधिवक्ताओं का कहना है कि यह समय है जब सभी को एकजुट होकर इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर कदम उठाने चाहिए। अगर इस बार भी सरकार ने इस मुद्दे पर संजीदगी से विचार नहीं किया तो अधिवक्ता भविष्य में और भी कठोर कदम उठाने के लिए तैयार हैं।

 

 

Advertisements

See also  वाह ! रुनकता पुलिस, खुलेआम घूम रहे सैन्यकर्मी के हमलावार, दहशत में परिवार
TAGGED:
Share This Article
1 Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement