आगरा। श्रमिकों के मुद्दे पर जिलाधिकारी (DM) को कड़ा कदम उठाना पड़ा, जब छह फैक्ट्री मालिकों को बुलाई गई बैठक में एक भी नहीं पहुंचा। इसके बावजूद, एक फैक्ट्री मालिक ने अपनी मेडिकल रिपोर्ट के साथ कर्मचारी को भेज दिया, जिससे डीएम की नाराजगी और बढ़ गई।
धनतेरस पर श्रमिकों ने खाली कनस्तर पीटा था
यह घटना उस समय की है, जब धनतेरस के दिन 250 श्रमिकों ने श्रम संबंधी समस्याओं को लेकर डीएम ऑफिस के बाहर खाली कनस्तर बजाए थे। श्रमिकों का सवाल था कि जब पूरे शहर में लोग खरीदारी कर रहे थे, तो उन्हें बच्चों का पेट भरने के लिए खाली कनस्तर क्यों पीटना पड़ा। इस पर जिलाधिकारी ने श्रमिकों से मुलाकात का वादा किया था और 5 नवंबर को बैठक बुलाई थी।
बैठक में फैक्ट्री मालिकों का गैरमौजूदगी पर डीएम ने कड़ा रुख अपनाया
डीएम ऑफिस में बुलाई गई बैठक में श्रमिकों के प्रतिनिधि और श्रम विभाग के अधिकारी तो पहुंचे, लेकिन फैक्ट्री मालिकों में से एक भी नहीं आया। बैनारा बेयरिंग्स के एक कर्मचारी ने अपने मालिक की मेडिकल रिपोर्ट भेजी, जिसे लेकर जिलाधिकारी उखड़ गए। डीएम ने बैठक से कर्मचारी को बाहर कर दिया और साफ तौर पर कहा, “अगर फैक्ट्री मालिक नहीं आते और श्रमिकों के बकाए का भुगतान नहीं करते तो फैक्ट्री में ताला डलवा दूंगा।”
जगदीश मेटल वर्क्स पर ताला अभी भी लगा
इससे पहले धनतेरस की रात को जिलाधिकारी ने जगदीश मेटल वर्क्स पर ताला डलवा दिया था। डीएम ने आदेश दिया था कि जब तक फैक्ट्री मालिक कर्मचारियों के देयों का भुगतान नहीं करेंगे, तब तक फैक्ट्री का ताला नहीं खोला जाएगा।
फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का इशारा
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल्द ही एक और बैठक बुलाकर फैक्ट्री मालिकों को उपस्थित होने के लिए मजबूर किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रमिकों को उनका हक मिले।
बैठक में नहीं पहुंचे ये फैक्ट्री मालिक
- बैनारा बेयरिंग्स और पिस्टन लिमिटेड के निदेशक पन्नालाल जैन
- बैनारा बियरिंग और पिस्टन लिमिटेड (द्वितीय यूनिट) के मालिक
- विनय आयरन फाउंड्री, अरतौनी के मालिक
- बैनारा ऑटोज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक राजेश बैनारा
- बैनारा आटोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड, सिकंदरा के मालिक
- जगदीश मेटल वर्क्स, नूनिहाई के मालिक