आगरा में एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक रिटायर्ड शिक्षिका का शव उनके घर में तीन दिन तक पड़ा रहा। इस घटना ने एकाकीपन की समस्या पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आवास विकास कालोनी के सेक्टर 16 में रहने वाली 65 वर्षीय विमलेश, जो एक रिटायर्ड शिक्षिका थीं, का शव उनके घर में पड़ा मिला। पड़ोसियों ने बताया कि तीन दिन से घर से बदबू आ रही थी। जब उन्होंने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा और शव को बरामद किया।
क्या हुआ होगा?
पुलिस के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि विमलेश की मौत हार्ट अटैक से हुई होगी। लेकिन सटीक कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल पाएगा।
एकाकीपन का दर्द
विमलेश अकेले रहती थीं और किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करती थीं। इस घटना ने एकाकीपन की समस्या पर प्रकाश डाला है। आजकल के दौर में लोग अपने व्यस्त जीवन में इतने खो गए हैं कि अपने बुजुर्गों और अकेले रहने वाले लोगों की ओर ध्यान नहीं देते।
हम सबकी जिम्मेदारी
क्या हम सभी को यह सोचने की जरूरत नहीं है कि हमारे आसपास ऐसे कितने लोग हैं जो अकेलेपन का दर्द झेल रहे हैं? क्या हम सभी को मिलकर एक-दूसरे के लिए समय निकालना नहीं चाहिए?
आप क्या सोचते हैं?
क्या आपने कभी किसी ऐसे व्यक्ति को देखा है जो अकेलापन महसूस कर रहा हो? आप इस समस्या के समाधान के लिए क्या सुझाव देंगे?