आगरा। आगरा में अवागढ़ राजघराने के जितेंद्र पाल सिंह अरेस्ट, उन पर आरबीएस डिग्री कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज सहित कई शिक्षण संस्थान संचालित कर रही आरबीएस एजुकेशनल सोसाइटी का फर्जी तरीके से उपाध्यक्ष बनने का आरोप।
बलवंत सिंह एजुकेशनल सोसाइटी के पदाधिकारी युवराज अंबरीश पाल सिंह ने अगस्त 2022 में एडीजी आगरा जोन को प्रार्थना पत्र दिया था। इस पर थाना न्यू आगरा में जनवरी 2023 में मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें अंबरीश पाल सिंह ने आरोप लगाए थे कि बलवंत एजुकेशनल सोसाइटी में परिवार के एक अन्य सदस्य जितेंद्र पाल सिंह की ओर से दावा किया गया कि जिला जज ने अगस्त 2011 में उन्हें उपाध्यक्ष नियुक्त किया था।
जांच में सामने आया कि जितेंद्र पाल ने 27 अगस्त 2011 में उपाध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए प्रत्यावेदन अध्यक्ष जिला जल को प्रस्तुत किया था। पदेन अण्यक्ष ने पत्र के निस्तारण के लिए 30 अगस्त 2011, इसके बाद छह सितंबर 2011 की तिथि नियत की थी।
आरोप है कि जितेंद्र पाल सिंह ने उपाध्यक्ष पद पर नियुक्ति का 30 अगस्त 2011 का पदेन अध्यक्ष का फर्जी और कूटरचित आदेश प्रस्तुत किया। इसके आधार पर नौ महीने तक उपाध्यक्ष बने रहे। जितेंद्र पाल सिंह को अवागढ़ किले से अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।
ये है पूरा मामला
राजा बलवंत सिंह एजुकेशनल सोसाइटी के आरबीएस डिग्री कॉलेज, आरबीएस इंटर कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज सहित कई शिक्षण संस्थान संचालित हैं। बोर्ड आफ मैनेजमेंट में जिला जज पदेन अध्यक्ष हैं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, प्रधानाचार्य आरबीएस कॉलेज, राजा अवागढ़ पदेन उपाध्यक्ष हैं। 1981 से अनिरुद्ध पाल सिंह पदेन उपाध्यक्ष के पद पर चयनित चले आ रहे हैं।