आगरा। फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र में दबंगई और पुलिस की लापरवाही का नजारा एक बार फिर देखने को मिला। थाने के नजदीक एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र में आधा दर्जन दबंगों ने जमकर उत्पात मचाया और संचालक के साथ मारपीट की। खास बात यह रही कि घटना थाने से कुछ ही दूरी पर हुई, लेकिन पुलिस ने इसे नजरअंदाज करना उचित समझा।
क्या है पूरा मामला
शनिवार दोपहर करीब दो बजे फतेहपुर सीकरी कस्बे में एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक धर्मेंद्र कुमार अपने काम में व्यस्त थे। तभी नशे में धुत एक युवक केंद्र पर पहुंचा और खाते से जबरन धन निकालने की मांग करने लगा। धर्मेंद्र ने युवक के नशे में होने के चलते उसे मना कर दिया और बाद में आने की सलाह दी। यह बात युवक को नागवार गुजरी और उसने अपने अन्य साथियों को बुला लिया। कुछ ही देर में आधा दर्जन दबंगों ने ग्राहक सेवा केंद्र में घुसकर धर्मेंद्र के साथ जमकर मारपीट की और गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी।
व्यापारी वर्ग में आक्रोश, पुलिस ने दिखाया लापरवाही का रवैया
घटना के बाद कस्बे के व्यापारी वर्ग में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि थाने के करीब ही दबंगों ने उत्पात मचाया और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। पीड़ित को तत्काल प्रभाव से मेडिकल के लिए नहीं भेजा गया। जब घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। इसके बाद आनन-फानन में धर्मेंद्र को मेडिकल के लिए भेजा गया और मामले की जांच शुरू हुई।
जनप्रतिनिधियों के करीबियों पर आरोप
सूत्रों के अनुसार, मारपीट करने वाले युवक खुद को एक स्थानीय जनप्रतिनिधि का नजदीकी बता रहे थे। इस कारण पुलिस ने भी मामले को हल्के में लिया। पीड़ित परिवार ने सोशल मीडिया के जरिए पुलिस पर दबंगों के प्रभाव में आने का गंभीर आरोप लगाया और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की।पुलिस की सफाई
इस मामले पर एसीपी अछनेरा गौरव सिंह ने कहा,
“घटना का संज्ञान लिया गया है। पीड़ित की तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
थाने के पास ही कानून का उल्लंघन, फिर भी खामोश क्यों है पुलिस?
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। थाने के पास ही दबंगों द्वारा खुलेआम कानून हाथ में लिया जाना, प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितना तत्परता दिखाती है या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।