आगरा (पिनाहट)। कस्बा पिनाहट के मोहल्ला नयापुरा निवासी करन सिंह का 08 वर्षीय पुत्र रौनक चार दिन पूर्व शाम को घर के बाहर खेल रहा था। शुक्रवार की शाम करीब 5:00 बजे अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया।बालक घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई थी। चारों तरफ खोजबीन की मगर कोई सुराग नहीं लगा था।अनहोनी और अपहरण की आशंका जताते हुए पिता करन सिंह ने अज्ञात व्यक्ति पर बालक के अपहरण का केस दर्ज कराया था।
पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद जांच शुरू करते हुए मोहल्ले के कई घरों की छानबीन की थी मगर बालक का कोई पता नहीं चल सका था। पुलिस जांच कर ही रही थी कि सोमवार को सोमवार अल सुबह पड़ोसी अशोक के घर के पीछे ही एक टाट के बंद बोरे में बालक का शव पड़ा मिला जिसे देखकर परिजनों और मोहल्ले के लोगों में हड़कंप मच गया। चीख-पुकार मच गई मामले में तत्काल पुलिस को सूचना दी गई मौके पर थाना प्रभारी ब्रह्मपाल सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराया।
सूचना मिलते ही डीसीपी पूर्वी अतुल कुमार शर्मा सहित एसीपी पिनाहट अशोक कुमार सर्किल फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और पूरी घटना की जानकारी साथ ही डॉग स्क्वाड, फॉरेंसिक टीम और सर्विलांस, एसओजी टीम को मौके पर बुलाया और एरिया को चिन्हित कर छानबीन शुरू कर दी गई।
डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए गए। बालक शव के पोस्टमार्टम होने बाद रात्रि के समय अंतिम संस्कार होने बाद पुलिस के शक के आधार पर परिजन चाचा भानु पुत्र रामसेवक और उसकी मां यशोदा पत्नी करन को थाने बुलाकर कड़ाई से पूछताछ की गयी जिसपर चाचा भानु ने बताया कि मेरा यशोदा के साथ अवैध संबंध था कमरे मे बालक ने हम दोनों को आपत्तिजनक हालत में देखने लिया था तभी यशोदा को लगा बालक कही ये बात अपने पिता को ना बता दे इसी को लेकर हम दोनों मे बालक को मारने की योजना बनाई थी। तभी शाम को रोनक को मे बाहर दुकान पर सामान दिलाने के बहाने से ले गया था और उसके बाद मेने उसकी हत्या कर शव को जुट की बोरी में बांधकर छत पर रखी करब के गट्ठरो में छुपा दिया था है।वही तीसरे दिन सोमवार की सुबह 4 बजे माँ मेने यशोदा के साथ मिलकर छत पर जुट की बोरी में रखे शव को रस्सी के सहारे गली में फेंक दिया था।
पिनाहट सर्किल पुलिस टीम व एसओजी टीम पूर्वी जोन के द्वारा 8 वर्षीय नाबालिक बालक हत्या का सफल अनावरण किया गया जिसमे मृतक का चाचा और उसकी मां यशोदा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
पिता करन सिंह का कहना है भाई ने अपना जुर्म हत्या कबूला है लेकिन उनकी पत्नी यशोदा की गिरफ्तारी पुलिस द्वारा गलत की गयी है जिससे वो संतुष्ट नहीं है।