आगरा (किरावली): थाना कागारौल के पुलिसकर्मियों पर एक फौजी के साथ अभद्रता करने का आरोप लगा है। फौजी का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसका गिरेबान पकड़ा और थाने से भगा दिया।
फौजी योगेंद्र सिंह शुक्रवार को थाने पर अपने किसी परिचित से मिलने गए थे। उन्होंने थाने के मुंशी से अपने परिचित से बातचीत करवाने का आग्रह किया। मुंशी ने अभद्र भाषा का प्रयोग शुरू कर दिया। योगेंद्र द्वारा विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने उसका गिरेबान पकड़ कर थाने से भगा दिया।
आहत योगेंद्र ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करके अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि एक फौजी होने के बावजूद पुलिस के लोगों ने उसके साथ ऐसा व्यवहार किया।
थाना प्रभारी राजीव कुमार का कहना है कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं है। जानकारी करके आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
इस घटना से कई महत्वपूर्ण सवाल उठते हैं:
- क्या पुलिसकर्मियों का फौजी के साथ ऐसा व्यवहार करना उचित था?
- क्या पुलिसकर्मियों को आम नागरिकों के साथ भी ऐसा ही व्यवहार करते हैं?
- क्या पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाता है कि वे सभी नागरिकों के साथ सम्मान के साथ व्यवहार करें?
यह घटना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाती है। पुलिस को आम नागरिकों की सुरक्षा करने के लिए जाना जाता है, लेकिन इस घटना में पुलिसकर्मी ही एक नागरिक के साथ अभद्रता कर रहे हैं।
इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।