अवैध कब्जे का विरोध करने पर दबंग के साथ मिलकर झूठा मुकदमा लिखने और सुविधाशुल्क लेने का आरोप
आगरा। पुलिस कमिश्नर आगरा डॉ प्रीतिंदर सिंह के सख्त दिशा निर्देशों के बावजूद थाना और चौकियों पर पुलिसकर्मियों का ढर्रा नहीं सुधर रहा है। पीड़ितों को न्याय दिलाने की जगह उल्टा उन पर जबरन कार्रवाई की जा रही है।
बताया जाता है कि बीते मंगलवार को, थाना जगदीशपुरा अंतर्गत चौकी इंचार्ज बिचपुरी अमित कुमार की कार्यप्रणाली के खिलाफ लामबंद हुए ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया। दर्जनों ग्रामीण सदर तहसील प्रांगण में धरने पर बैठ गए। धरने की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में थाना प्रभारी ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश करते हुए पीड़ितों की सुनवाई करने और उनको न्याय दिलाने का आश्वासन देकर धरने से उठाया। बुधवार को पीड़ितों ने थाना प्रभारी और क्षेत्राधिकारी से मिलकर अपनी व्यथा सुनाई।
गांव लड़ामदा निवासी जहांगीर पुत्र टुंडा के अनुसार उसने 2010 में एक बीघा जमीन खरीदी थी। गांव का जी राजू ठाकुर पहले से ही उस जमीन को घेरने की फिराक में था। अवैध कब्जा करने की कोशिश नाकाम होने पर उसने गांव के ही जावेद को अपने साथ मिलाकर षणयंत्र को अंजाम देना शुरू कर दिया।
बीते अप्रैल माह में जावेद ने अपने साथियों के साथ मिलकर घर पर हमला बोल दिया, हमले में परिवार को काफी लोग घायल हुए। इस मामले में चौकी इंचार्ज अमित कुमार ने हमलावरों का साथ देते हुए हमारी रिपोर्ट नही लिखी। उल्टा जावेद की तहरीर पर मेरे 12 परिवारीजनों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा लिख दिया। हमारे किसी भी परिवारीजन का मैडिकल नहीं कराया गया।
मुकदमे में नाम निकालने के ऐवज में 50 हजार ऐंठने का आरोप
पीड़ित जहांगीर के मुताबिक जब हमारे परिवारीजनों पर मुकदमा लिख गया तो चौकी इंचार्ज से कुछ मदद की मांग की तो उसने मुकदमे में से 452 की धारा काम करते हुए 8 लोगों के नाम निकालने के ऐवज में 50 हजार की धनराशि लेली। इसके बावजूद सिर्फ दो लोगों का मुकदमे से नाम निकाला गया। जब चौकी इंचार्ज से अपनी धनराशि वापिस मांगी तो वह बुरी तरह बौखला गया।
पुलिस कमिश्नर से शिकायत करने पर कर दी कार्रवाई
पीड़ित ने जब पुलिस कमिश्नर से चौकी इंचार्ज की शिकायत की तो चौकी इंचार्ज ने जबरन 110 जी की कार्रवाई कर दी। जबकि हमारे परिवार का कभी आपराधिक इतिहास नहीं रहा है। जिस व्यक्ति के कहने पर हमारे खिलाफ कार्रवाई हुई है, उसके खिलाफ अपहरण का मुकदमा लिख चुका है। उसके ऊपर गैंगस्टर की कार्रवाई भी हो चुकी है। दबंगों के उत्पीड़न से तंग आकर विगत दिनों अपना भूखंड औने पौने दामों पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।
चौकी इंचार्ज का विवादों से रहा है पुराना नाता
सूत्रों के अनुसार चौकी इंचार्ज विगत दो साल से भी अधिक समय से बिचपुरी चौकी पर जमा हुआ है। इसका फायदा जमकर उठा रहा है। क्षेत्रवासी उसके कार्यप्रणाली से बुरी तरह त्रस्त हैं। धरने पर बैठे ग्रामीणों की मांग थी कि चौकी इंचार्ज का यहां से तबादला तत्काल प्रभाव से किया जाए।
उक्त प्रकरण का संज्ञान लिया जा रहा है। शिकायतकर्ताओं के प्राप्त प्रार्थनापत्र की जांच उपरांत आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
दीक्षा सिंह- एसीपी, लोहामंडी