आगरा के जगदीशपुरा क्षेत्र में रहने वाली एक विधवा महिला ने आरोप लगाया है कि स्थानीय दबंग अधिवक्ता और एक राजनेता मिलकर उसकी पैतृक जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं। महिला का आरोप है कि इन लोगों ने उसके घर पर कैमरे लगवा दिए हैं और उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
आगरा। ताजनगरी आगरा में निर्बलों पर दबंगों का कहर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व में चर्चित रहे जगदीशपुरा क्षेत्र के उजागर हो रहे जमीन के प्रकरण में विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी से कथित रूप से जुड़े और एक सत्ताधारी जनप्रतिनिधि पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। बुधवार को मीडिया के सामने आए एक पीड़ित परिवार ने दबंग अधिवक्ता और जनप्रतिनिधि पर गंभीर आरोप लगाए।
बताया जाता है कि विधवा ओमवती पत्नी विजय सिंह के एक वर्ष पूर्व हो चुका है। काफी समय से अपनी पैतृक कीमती जमीन को दबंगों से बचाने के लिए जूझ रही ओमवती ने अपने परिवार के साथ रोते हुए अपना दर्द बयां किया। ओमवती ने कहा कि क्षेत्र के अधिवक्ता सुरेश चंद्र सोनी एवं रमेश चंद्र सोनी समेत उसके पूरे परिवार में जमकर आतंक है। इन पर लगभग छह दर्जन से अधिक गंभीर मामलों के मुकदमे दर्ज हैं। ओमवती के मुताबिक जगदीशपुरा में उसकी लगभग 500 वर्गगज पैतृक जमीन है। जिसको हड़पने के लिए अधिवक्ता परिवार द्वारा लगातार षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। हमारे गरीब परिवार पर मुकदमे लाद दिए गए हैं। सड़क पर केला बेचकर परिवार का भरण पोषण किया जा रहा है। मुकदमों के कारण परिवार का जीना दूभर हो चुका है। आए दिन जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
हाथों में तख्ती लेकर दबंग अधिवक्ता को किया बेनकाब
मीडिया से वार्ता करने के दौरान ओमवती और उसके परिवारीजनो के हाथों में तख्तियां लगी हुई थीं। इन तख्तियों में अधिवक्ता परिवार के हाथों में लगे तमंचे, विपक्षी पार्टी से जुड़े छायाचित्र समेत जान बचाने हेतु लगाई गुहार लिखे थे। ओमवती ने कहा कि दबंग अधिवक्ता परिवार पर सत्ता से जुड़े एक जनप्रतिनिधि का हाथ रखा हुआ है। इसकी आड़ में क्षेत्र में गरीबों का शोषण किया जाता है। उनकी जमीनों को हड़पने के लिए हथकंडे अपनाए जाते हैं।
मेरी हत्या हो सकती हैं, न्याय नही मिला तो कर लूंगी आत्मदाह
ओमवती ने साफ खुलकर कहा कि वर्तमान माहौल में उसका और उसके पूरे परिवार का जीना दूभर है। अधिवक्ता के कारण पूरा परिवार भय के साए में जी रहा है। रात में भी घर के छोटे बच्चे सहन जाते हैं। उसके परिवार पर बरप रहा आतंक खत्म नहीं हुआ तो पूरे परिवार के साथ आत्मदाह कर लिया जाएगा।
पुलिस की किरकिरी कराने वाले जनप्रतिनिधि पर उठने लगे सवाल
इस गंभीर प्रकरण में सत्ता से जुड़े जनप्रतिनिधि पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उक्त जनप्रतिनिधि वर्तमान में काफी चर्चित बना हुआ है। बीते दिनों उनके द्वारा स्थानीय पुलिस पर काफी गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसके बाद पूरे प्रदेश की राजनीति में हलचल बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार, विगत में भी उक्त जनप्रतिनिधि अपने क्रियाकलापों से चर्चा के केंद्र में रह चुका है। अपनी ही सरकार में पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठना, कार्यकर्ताओं से उलझना उनका शगल बन चुका है। जगदीशपुरा प्रकरण में लगे आरोपों के बाद जनप्रतिनिधि की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। एक तरफ जनप्रतिनिधि पुलिस पर आरोप लगाकर पाक साफ दिखने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी से जुड़े अधिवक्ता पर उनकी कथित मेहरबानी किसी खास रिश्ते की ओर इशारा करती है।