आगरा: ऑल इंडिया कांग्रेस ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी (एआईसीओजी) ने उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल की प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर निहारिका मल्होत्रा को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया। मुंबई में आयोजित एक समारोह में उन्हें अधुना प्रोजेक्ट, इमेजिंग साइंस कमेटी और प्रैक्टिकल ऑब्स कमेटी में उनके योगदान के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुआ।
चिकित्सा क्षेत्र में डॉक्टर निहारिका का उत्कृष्ट योगदान
डॉक्टर निहारिका मल्होत्रा ने महिला स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के जरिए कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। विशेष रूप से, उन्होंने फेडरेशन ऑफ ऑब्स्टेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (फोग्सी) के अधुना प्रोजेक्ट में बेहतरीन कार्य किया। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य मां और नवजात शिशु की देखभाल को बेहतर बनाना है, और डॉक्टर निहारिका ने इसमें चिकित्सक, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित करने का कार्य किया।
इमेजिंग साइंस और प्रैक्टिकल ऑब्स कमेटी में योगदान
इसके अलावा, इमेजिंग साइंस कमेटी और प्रैक्टिकल ऑब्स कमेटी में भी डॉक्टर निहारिका ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन समितियों के माध्यम से उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल को और भी प्रभावी और सुलभ बनाने के लिए काम किया। उनके योगदान ने चिकित्सा समुदाय में नवोन्मेषकों के रूप में उनका स्थान स्थापित किया है।
नारी स्वास्थ्य सेवा में सुधार की दिशा में योगदान
डॉक्टर निहारिका मल्होत्रा का यह सम्मान उनके महिला स्वास्थ्य सेवा के प्रति किए गए अथक प्रयासों को दर्शाता है। उन्होंने हमेशा महिलाओं की सेहत और इलाज के बेहतर तरीके अपनाने की दिशा में काम किया है, जिससे न केवल मरीजों को राहत मिली, बल्कि चिकित्सा के क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव आए।
फोग्सी द्वारा सम्मानित
डॉक्टर निहारिका मल्होत्रा को फेडरेशन ऑफ ऑब्स्टेट्रिक एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (फोग्सी) द्वारा एक और सम्मान दिया जाएगा। 12 जनवरी 2025 को आयोजित एक विशेष समारोह में उन्हें स्वर्गीय एसएन जोशी ब्रदर ऑफ डॉक्टर लीला जोशी अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें महिलाओं में खून की कमी से होने वाली बीमारियों पर उनके किए गए उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया जाएगा।
डॉक्टर निहारिका मल्होत्रा का यह सम्मान उनके चिकित्सा क्षेत्र में किए गए अथक प्रयासों और नारी स्वास्थ्य सेवा में उनके योगदान को मान्यता देता है। उनके कार्य न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं, बल्कि यह देशभर के चिकित्सकों के लिए भी एक प्रेरणा बनकर उभरते हैं। उनकी मेहनत और प्रतिबद्धता निश्चित ही चिकित्सा क्षेत्र में कई बदलाव लाने में मदद करेगी।