आगरा: आगरा में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चलाए जा रहे सक्रिय क्षय रोगी खोजी (एसीएफ) अभियान में बड़ी सफलता मिली है। इस अभियान के दौरान 381 नए टीबी रोगियों की पहचान की गई है और उनका इलाज शुरू कर दिया गया है।
अभियान की सफलता
जिले में 9 से 20 सितंबर तक चलाए गए इस अभियान में करीब 10.79 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान 8544 संभावित टीबी मरीजों के बलगम जांच के लिए भेजे गए। बलगम जांच और एक्स-रे के जरिये 381 नए टीबी मरीजों की पुष्टि हुई।
नए मरीजों को मिल रही बेहतर सुविधाएं
सभी नए टीबी मरीजों को निःशुल्क दवाएं और पोषण संबंधी सहायता प्रदान की जा रही है। सरकार की निक्षय पोषण योजना के तहत इन मरीजों को 500 रुपये प्रति माह पोषण भत्ता भी दिया जा रहा है।
टीबी के लक्षण
टीबी के प्रमुख लक्षणों में दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी, बलगम में खून आना, बुखार, भूख न लगना, वजन कम होना और रात में पसीना आना शामिल हैं।
टीबी से बचाव
टीबी एक संक्रामक बीमारी है। इससे बचाव के लिए स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। खांसी या छींकते समय मुंह और नाक को रुमाल या टिशू से ढकना चाहिए। साथ ही, टीबी के मरीजों को डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाएं लेनी चाहिए।
जिला प्रशासन का प्रयास
जिला प्रशासन टीबी उन्मूलन के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ आशा कार्यकर्ता और अन्य स्वयंसेवी संगठन भी सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।
आगरा में अब तक की स्थिति
इस वर्ष जनवरी से अक्टूबर तक जिले में 24054 नए टीबी रोगियों की पहचान की गई है और उनका इलाज किया जा रहा है।
टीबी उन्मूलन का लक्ष्य
देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। आगरा जिला भी इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।