आगरा: पिछले कुछ समय से जनपद में राशन के चावलों की कालाबाजारी का धंधा तेजी से चल रहा था। खाद्य आपूर्ति विभाग ने खैरागढ़ के चावल माफिया, सुमित अग्रवाल, के खिलाफ कई बार कार्रवाई की, लेकिन एडीएम आपूर्ति की मिलीभगत के कारण कार्रवाई का कोई असर नहीं हो रहा था। जब विभाग को इस मिलीभगत की जानकारी मिली, तो उन्होंने जिलाधिकारी से शिकायत की। इसके बाद जिलाधिकारी ने शासन को पूरे मामले से अवगत कराया, जिसके फलस्वरूप शासन ने एडीएम सप्लाई को आगरा से हटा दिया और राजस्व परिषद में भेज दिया।
इसके बाद खाद्य आपूर्ति विभाग ने एक्शन लेना शुरू किया। जिला पूर्ति अधिकारी संजीव कुमार के नेतृत्व में टीम ने सोमवार को थाना सैया के ग्राम जोधापुर में छापेमारी की, जहां एक अवैध गोदाम से कई कुंटल चावल बरामद किए गए। इस छापेमारी में पता चला कि पिछले दिनों खैरागढ़ में कार्रवाई के बाद सुमित अग्रवाल फरार है, लेकिन पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
राशन की कालाबाजारी कोई नई समस्या नहीं है। यह कई वर्षों से चल रही है, और विभागीय कार्रवाई की कमी के चलते माफिया सक्रिय हैं। उच्च अधिकारियों की सेटिंग के चलते अक्सर इन मामलों को दबा दिया जाता है। हाल ही में खैरागढ़ में हुई कार्रवाई के बाद एक बार फिर उच्च अधिकारियों ने माफिया को बचाने की कोशिश की, लेकिन शासन ने समय रहते उचित कदम उठाए, जिससे कालाबाजारी करने वालों के हौसले पस्त हुए हैं।
अब यह देखना होगा कि क्या विभाग इस मुहिम को जारी रख पाएगा या फिर कोई नया माफिया इस धंधे को पुनः चालू करेगा। राशन सामग्री की कालाबाजारी को रोकना विभाग के लिए भविष्य में एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
राशन सामग्री की कालाबाजारी पर कार्रवाई जारी रहेगी: डीएसओ
जिला पूर्ति अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि राशन सामग्री की कालाबाजारी के खिलाफ छापेमारी लगातार जारी रहेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी कीमत पर गरीबों का राशन नहीं बिकने दिया जाएगा।