एटा । बौद्ध धर्म के आठ प्रमुख तीर्थ में से एक भगवान बुद्ध की तपस्थली संकिसा में गुरुवार को बुद्ध महोत्सव का उद्घाटन किया गया। भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व से बौद्ध अनुयाई यहां पहुंच रहे हैं। बौद्ध मान्यताओं के अनुसार तथागत गौतम बुद्ध 522 ईसवी पूर्व संकिसा पधारे थे। तभी से यह पावन भूमि बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए भगवान गौतम बुद्ध के उपदेशों और शिक्षाओं का प्रमुख केंद्र रही है।
बौद्ध महोत्सव के शुभारंभ होते ही देश-विदेश के अनेक अनुयाई, भिक्षु-गण एवं राजनैतिक लोग संकिसा पहुंच रहे हैं। महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव, प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मण यादव एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी फर्रुखाबाद डॉक्टर नवल किशोर शाक्य महापरित्राण पाठ में शामिल होने पहुंचे।
पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव एवं प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मण यादव ने अपने संबोधन में कहा भगवान बुद्ध की शिक्षाओं से हमें अपने समाज का विकास करना होगा । समाजवादी पार्टी पंचशील सिद्धांत में पूर्ण विश्वास रखती है। सभी समाजवादी पार्टी के लोग भगवान बुद्ध के बताए रास्ते पर चलें और उनके उपदेशों का अनुसरण करें।
फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र से पूर्व प्रत्याशी डॉ. नवल किशोर शाक्य ने कहा भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से भगवान बुद्ध को उनका आठवां अवतार माना जाता है। हिंदू एवं बौद्ध अनुयायियों के लिए इस स्थान का विशेष महत्व है। भगवान बुद्ध की प्रमुख तीर्थ स्थल होने की वजह से लाखों अनुयाई देश-विदेश से यहां पहुंचते हैं। वर्तमान सरकार बौद्ध तीर्थ स्थल की उपेक्षा कर रही है। धार्मिक स्थलों के विकास के क्रम में सरकार सिर्फ अयोध्या तक सीमित हो चुकी है। अन्य धार्मिक स्थलों का भी विकास किया जाना आवश्यक है। बौद्ध तीर्थस्थली संकिसा में पर्यटन से रोजगार की असीमित संभावनाएं हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस स्थान को विकसित किया जाए ताकि भगवान बुद्ध की शिक्षाओं से विश्व शांति का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा।
इस अवसर पर शिवपाल सिंह प्रबंधक चौधरी मुख्तियार सिंह महाविद्यालय अलीगंज, सुरेश चंद्र शाक्य, मुकेश कुमार उर्फ मुक्का यादव, गौरव यादव प्रबंधक एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल अलीगंज, विनोद यादव फौजी सहित अनेक बौद्ध अनुयाई कार्यक्रम में उपस्थित रहे।