आगरा (पिनाहट) । पिनाहट से लेकर इटावा तक के किसानों को समुचित मात्रा में सिंचाई उपलब्ध रारने के लिए सरकार द्वारा 25 वर्ष पूर्व पिनाहट घाट चंबल नदी पर राजा महेंद्र सिंह रिपुदमन सिंह चंबल डाल नहर परियोजना का निर्माण किया गया था। पिनाहट से लेकर इटावा तक के हजारों किसानो इसी नहर के पानी से अपने खेत में सिंचाई करते है।वहीं पिछले कई माह से नहर सूखी पड़ी है। नहर में पानी नहीं छोड़ा गया है। नहर में पानी न छोड़े जाने के चलते ग्रामीण अपने खेतों में समय से सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। आलू और गेहूं की बुवाई का सीजन चालू हो चुका है।वही नहर चालू न होने की चलते ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।आक्रोशित ग्रामीणों ने ग्रामीणों नहर चालू कराने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार पिनाहट घाट चंबल नदी पर बनी चंबल डाल नहर पिछले कई दिनों से बंद पड़ी हुई है। चंबल नहर बंद होने के चलते ग्रामीण खेतों में पानी की सिंचाई को तरस गए हैं।ग्रामीण समय से अपने खेतों की बुवाई और जुताई नहीं कर पा रहे हैं। गेहूं व आलू की फसल की जुताई व बुवाई का सीजन चल रहा है।इसके बावजूद अभी तक नहर को चालू नहीं किया गया है।जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
नहर की पटरी पर दबंगों ने किया अवैध कब्जे
पिनाहट। चंबल नहर के दोनों तरफ कच्चे मार्ग पर आस पास के ग्रामीणों ने अवैद्ध रूप से उपले, ईंधन,लकड़ी रखकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया है।और नहर के किनारे के कच्चों मार्ग पर अवैद्ध कब्जा होने से लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं इससे नहर कटाग की भी संभावना बनी रहती है।ग्रामीणों ने नहर के दोनों तरफ हुए अवैध अधिकारों को हटाए जाने व नहर की साफ सफाई कराये जाने की मांग की है
वही एसडीओ नहर विभाग परवेज हसन ने बताया एक दो दिन में सफाई का कार्य शुरू हो जाएगा।सफाई का समय 21 दिन हैं। उसके बाद नहर में पानी छोड़ दिया जाएगा।