भारतीय जांच एजेंसियों के निशाने पर आई चीन की दिग्गज स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi ने एक बड़ा फैसला लिया है. शाओमी ने लॉन्च के 4 साल बाद भारत में अपना फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस बंद कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स में शाओमी इंडिया के हवाले से बताया गया है कि कंपनी एनुअल स्ट्रैटजिक असेसमेंट एक्टिविटी के हिस्से के रूप में और कोर बिजनेस सर्विसेज पर फोकस करने के लिए, MI फाइनेंशियल सर्विसेज को बंद कर रही है.
Mi Pay और Mi क्रेडिट
Xiaomi के Mi Pay ऐप से यूजर्स को बिल पेमेंट और फंड ट्रांसफर जैसी सुविधा मिलती थी. वहीं, Mi क्रेडिट कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराने वाला ऐप था. अब इन दोनों को ही प्ले स्टोर और कंपनी ने अपने ऐप स्टोर से हटा लिया गया है. साथ ही इन्हें नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की वेबसाइट पर थर्ड पार्टी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ऐप की लिस्ट से भी रिमूव कर दिया गया है. चीनी कंपनी ने यह फैसला ऐसे समय लिया है जब प्रवर्तन निदेशालय ने उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है.
ED ने की थी बड़ी कार्रवाई
चीन के बाद शाओमी का सबसे बड़ा बाजार भारत है. कंपनी सस्ते फोन के लिए पहचानी जाती है और उसके स्मार्टफोन हाथोंहाथ बिक जाते हैं. लेकिन बीते कुछ समय से उसकी भूमिका सवालों के घेरे में है. शाओमी पर टैक्स से जुड़े मामले में भी जांच चल रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उसकी 68.2 करोड़ डॉलर की राशि को फ्रीज कर दिया है. ED ने विदेशी मुद्रा कानूनों (फेमा) के उल्लंघन के आरोप में यह कार्रवाई की है, जिसे फेमा के तहत नियुक्त अथॉरिटी ने भी सही ठहराया है. Xiaomi पर आरोप है कि उसने रॉयल्टी पेमेंट के रूप में विदेशी संस्थाओं को अवैध रूप से पैसे भेजे.
सरकार ने कड़े किए नियम
गलवान घाटी हिंसी के बाद से कई चीनी कंपनियों को भारत में बिजनेस करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सरकार सुरक्षा का हवाला देते हुए 300 से ज्यादा चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा चुकी है, जिसमें TikTok जैसे लोकप्रिय ऐप भी शामिल हैं. सरकार ने भारत में निवेश करने वाली चीनी कंपनियों के लिए नियम भी कड़े किए हैं. बीच में यह खबर आई थी कि भारतीयों एजेंसियों की कार्रवाई से नाराज शाओमी इंडिया से अपना कारोबार समेटना चाहती है. यह भी दावा किया गया था कि कंपनी पाकिस्तान शिफ्ट हो जाएगी, लेकिन शाओमी ने इन खबरों को गलत ठहराया था.