उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अयोध्या में अपने दौरे के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके नेताओं पर जमकर हमला बोला। ‘मिशन मिल्कीपुर’ के तहत मुख्यमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने अयोध्या को विकास का प्रतीक बनाया है, जबकि समाजवादी पार्टी ने अयोध्या को विकास से रोकने की कोशिश की। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा राम के सिद्धांतों को मानने वाली पार्टी है, जबकि सपा बाबर जैसे विध्वंसक और आतंकवादी प्रतीकों को मानती है।
सपा पर हमला, भाजपा के विकास मॉडल की तारीफ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा, “हम राम को मानने वाले लोग हैं, जबकि सपा बाबर को मानती है, जो देश की संस्कृति और मान्यता के खिलाफ है।” उन्होंने यह भी कहा कि सपा ने अयोध्या के विकास में बाधाएं उत्पन्न की और राम भक्तों पर गोलियां चलवाईं। योगी ने आरोप लगाया कि सपा हमेशा आतंकवादियों और अपराधियों के साथ खड़ी रहती है, जबकि भाजपा ने प्रदेश को माफिया राज और अराजकता से मुक्त कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे आगामी मिल्कीपुर उपचुनाव में अपनी पूरी मेहनत लगाकर पार्टी को जीत दिलाएं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि भाजपा ने हमेशा जनता के विकास के लिए काम किया है और इसी विकास को लेकर पार्टी को जनसमर्थन मिलता है।
सपा के विरोध में भाजपा का विकास मॉडल
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा की सरकार ने बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गों को लाभ पहुँचाया है। उन्होंने उल्लेख किया कि भाजपा ने गरीबों को आवास, शौचालय, और मुफ्त गैस कनेक्शन दिए हैं, और यह सब पात्रता के आधार पर किया गया है, न कि किसी राजनीतिक दबाव के तहत। योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमने प्रदेश को माफिया राज से मुक्त किया है और अब विकास की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।”
जनता से संवाद की अपील
सीएम योगी ने भाजपा कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि वे डबल इंजन सरकार की योजनाओं के बारे में जनता को बताएं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से यह अपील की कि वे लोगों के बीच जाकर भाजपा की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार करें और विकास के आधार पर मतदान की अपील करें। उन्होंने कुंदरकी के उपचुनाव में भाजपा की बड़ी जीत का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां 65 प्रतिशत मुस्लिम आबादी होने के बावजूद भाजपा ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और अयोध्या का गौरव
मुख्यमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई, तो पूरी दुनिया ने अयोध्यावासियों को सिर आंखों पर बिठाया। उन्होंने यह कहा कि यह अयोध्या की आस्था और विश्वास का प्रतीक था और इसी आस्था के कारण अयोध्या का गौरव पूरी दुनिया में बढ़ा।