सीएम की जीरो टॉलरेंस नीति की परीक्षा: दिव्यांगों के शोषण के मामले में क्या होगी कार्रवाई?”

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कथित भाजपा नेता और एलिमको के खिलाफ दिव्यांगों ने खोला मोर्चा

आगरा। जनपद क्षेत्र के दिव्यांगो की मांग पर एक बड़े जनप्रतिनिधि द्वारा ककुआ क्षेत्र में अपने चहेते के नाम आसरा सेंटर स्थापित कराया था। इस आसरा सेंटर और इसको संचालित करने वाली एलिमको कंपनी के खिलाफ दिव्यांगों ने मोर्चा खोल दिया है।

विधायक चौधरी बाबूलाल के आवास पर दिव्यांगों ने सौंपा ज्ञापन

आपको बता दें कि फतेहपुर सीकरी विधानसभा क्षेत्र विधायक चौधरी बाबूलाल के आवास पर दर्जनों दिव्यांगों ने डेरा डाल दिया। आसरा सेंटर के संचालक कथित भाजपा नेता देवेंद्र सविता और एलिमको के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विधायक की अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधि डॉ रामेश्वर चौधरी को ज्ञापन सौंपा।

एलिमको अधिकारियों के कथित संरक्षण में आसरा सेंटर पर जमकर हो रही अनियमितताएं

ज्ञापन के मुताबिक एलिमको कंपनी द्वारा सीएसआर फंड को बड़े पैमाने पर अपने फर्जीवाड़े के बलबूते डकारा जा रहा है। आगरा में जिस स्थान पर आसरा सेंटर स्थापित किया गया है, वह सिर्फ दो कमरों की जगह में संचालित है। यहां आने वाले दिव्यांगों के लिए कोई सुविधा नहीं है। जबकि सुविधा के नाम पर देवेंद्र सविता द्वारा बड़ी धनराशि को डकारा जा रहा है।

घोटालों और विवादित कारनामों की फेहरिस्त काफी लंबी

देवेंद्र सविता के घोटालों और विवादित कारनामों की फेहरिस्त काफी लंबी है। फर्जी तरीके से एक ही दिव्यांग के नाम दो दो बार उपकरण आवंटित दिखाए गए। नियम विरूद्ध तरीके से अपने आप को माननीय कहकर प्रचारित किया गया। देवेंद्र सविता के कारनामों की शिकायत जब एलिमको में की गई तो कंपनी के अधिकारियों ने भी घोटालों पर पूरी तरह परदा डालने की कोशिश की। गलत तरीके से वितरित किए गए उपकरणों के बाबत कंपनी ने कह दिया कि यह सिर्फ तकनीकी त्रुटि है। इस प्रकार एलिमको द्वारा सरकार की आंखों में धूल झोंकी जा रही है। ज्ञापन में भाजपा विधायक से दिव्यांगों के हित में इस पूरे प्रकरण का संज्ञान लेकर प्रभावी कार्रवाई की मांग की गई है।

कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को भेजेंगे पत्र: डॉ रामेश्वर चौधरी

दिव्यांगों की व्यथा सुनकर और उनके ज्ञापन को लेने के बाद डॉ रामेश्वर चौधरी ने कहा कि प्रकरण बेहद ही गंभीर है। जिस सीएसआर फंड से केंद्र सरकार, दिव्यांगों की मदद करती है। उसी फंड को डकारने के लिए अनुचित तरीके अपनाए गए। इस घोटाले में एलिमको के अधिकारियों से लेकर विभागीय अधिकारियों और संबंधित व्यक्ति की भूमिका प्रतीत होती है। विधानसभा सत्र समाप्त होने के उपरांत इस प्रकरण को विधायक चौधरी बाबूलाल के संज्ञान में लाया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इसकी उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ समुचित सख्त कार्रवाई हेतु पत्र लिखा जाएगा। मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति से खिलवाड़ करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा।

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