दिल्ली विधानसभा चुनावों के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। इस बार कांग्रेस ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं और आम आदमी पार्टी को ‘अल्कोहल अफेक्टेड पार्टी’ करार दिया है। कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आम आदमी पार्टी की शराब नीति को लेकर नया मोर्चा खोला और पार्टी के एक विधायक का ऑडियो जारी किया, जिसमें शराब घोटाले का जिक्र है। इस ऑडियो में दावा किया गया है कि आम आदमी पार्टी के नेता चुनावी फंडिंग के लिए शराब के ठेकों से पैसे ले रहे थे।
पवन खेड़ा का बयान: शराब के जरिए पूरी दिल्ली को बर्बाद कर दिया
कांग्रेस के AICC मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इसकी लत इंसान, परिवार और समाज को बर्बाद कर देती है। उन्होंने कहा, “हम सब जानते हैं कि शराब से पैसा बनाने की लत से न सिर्फ इंसान और समाज बल्कि पूरा शहर खराब हो जाता है। यह बिल्कुल स्पष्ट है कि कैसे अल्कोहल अफेक्टेड पार्टी ने शराब के माध्यम से दिल्ली को बर्बाद कर दिया।”
उन्होंने कहा कि दिल्ली की सरकार ने शराब नीति को लागू करते हुए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है और इसका खुलासा करते हुए एक ऑडियो जारी किया गया, जिसमें AAP के विधायक ने खुद यह स्वीकार किया कि पार्टी के शिक्षा मंत्री और शराब मंत्री ने घोटाला किया।
शराब घोटाले का खुलासा: कांग्रेस का दावा
पवन खेड़ा ने आगे कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हमेशा यह दावा किया था कि उनके पास हर समस्या का समाधान है, लेकिन उन्हें इसके बजाय ‘दारू की दलाली’ ही दिखाई दी। उन्होंने बताया कि शराब नीति से जुड़े एक ऑडियो में शरद चौहान, जो कि दिल्ली के नरेला से विधायक हैं, मनीष सिसोदिया के साथ बातचीत करते हुए कह रहे हैं कि कैसे शराब की नीति से चुनावी फंडिंग का बंदोबस्त किया गया।
शरद चौहान ने बताया कि जब मनीष सिसोदिया और विजय नायर शराब पॉलिसी पर काम कर रहे थे, तब सिसोदिया ने इस नीति को लागू करने के लिए शराब के ठेकों से पैसे जुटाने की योजना बनाई थी। उन्होंने आगे कहा कि चुनावों के लिए शराब के ठेकों से ही फंडिंग की जा रही थी और यही पैसों का मुख्य स्रोत था।
शराब पॉलिसी और चुनावी फंडिंग: AAP के अंदरूनी घोटाले का खुलासा
कांग्रेस के नेता पवन खेड़ा ने इस ऑडियो को संदर्भित करते हुए कहा कि यह साबित करता है कि आम आदमी पार्टी के नेता चुनाव लड़ने के लिए शराब कंपनियों से पैसे लेते हैं। यह आरोप भी लगाया गया कि मनीष सिसोदिया ने शरद चौहान को सेटलमेंट करने का भी ऑफर दिया था, लेकिन वह इससे बच गए। पवन खेड़ा ने इसे एक गंभीर घोटाला बताते हुए कहा, “भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि एक मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घोटाला किया हो।”
केजरीवाल पर कांग्रेस का निशाना
कांग्रेस ने केजरीवाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने साफ-सुथरी राजनीति का नारा देकर सत्ता में आने का दावा किया था, लेकिन अब उनकी असलियत सामने आ चुकी है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने जनता के पैसे को शराब के व्यापारियों के साथ मिलकर चुनावी फंडिंग में इस्तेमाल किया और जनता की उम्मीदों के साथ खिलवाड़ किया।
दिल्ली की जनता से सवाल
पवन खेड़ा ने अंत में दिल्ली की जनता से सवाल पूछा कि क्या वे ऐसी सरकार चाहेंगे, जो शराब के माध्यम से अपना चुनावी खर्च उठाए और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेताओं ने शराब नीति के जरिए न केवल दिल्ली की जनता का विश्वास तोड़ा है बल्कि देश की प्रतिष्ठा भी गिराई है।