आगरा (फतेहपुर सीकरी): दिल्ली के उपराज्यपाल, विनय कुमार सक्सेना, ने शनिवार को सपरिवार फतेहपुर सीकरी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मुग़लिया स्मारकों का अवलोकन किया और हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह में चादरपोशी कर मन्नत का धागा बांधा। इस अवसर पर उन्होंने मुल्क में अमन चैन की दुआ भी की।
उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना अपराह्न कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच फतेहपुर सीकरी पहुंचे। उनका पहला पड़ाव डाक बंगला था, जहां कुछ देर रुकने के बाद वह सीकरी के ऐतिहासिक स्थलों का निरीक्षण करने के लिए हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह पहुंचे।
चादरपोशी और मन्नत का धागा बांधने की रस्म
हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह में पहुंचने के बाद, उपराज्यपाल और उनका परिवार पूरी श्रद्धा के साथ चादरपोशी की रस्म अदा की। उन्होंने दरगाह में मन्नत का धागा खोलकर पुनः बांधा और इस दौरान देश में शांति, समृद्धि और अमन चैन की दुआ की।
बुलंद दरवाजा का अवलोकन और सूफियाना कव्वालियों का आनंद
उपराज्यपाल ने फतेहपुर सीकरी के प्रमुख स्मारकों में से एक, बुलंद दरवाजा का भी अवलोकन किया। यह दरवाजा मुग़ल वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है और भारतीय ऐतिहासिक धरोहर का अहम हिस्सा है। इसके बाद, उन्होंने दरगाह में शाही कव्वालों द्वारा प्रस्तुत एक घंटे तक सूफियाना कव्वालियों का आनंद लिया। यह कार्यक्रम दरगाह में मौजूद श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत अनुभव था।
उपस्थित अधिकारीगण और सुरक्षा व्यवस्था
उप राज्यमंत्री विनय कुमार सक्सेना के इस ऐतिहासिक दौरे के दौरान कई प्रशासनिक अधिकारियों ने भी उनका साथ दिया। इस मौके पर उप जिलाधिकारी राजेश कुमार जायसवाल, एसीएम अनिल कुमार सिंह, अधीक्षण पुरातत्व राज कुमार पटेल, तहसीलदार देवेंद्र प्रताप सिंह, संरक्षण सहायक दिलीप सिंह, कमांडर पुरुषोत्तम और प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र दहिया मय पुलिस फोर्स के मौजूद रहे। सुरक्षा व्यवस्था के तहत इस क्षेत्र में कड़ी चौकसी रखी गई थी।
फतेहपुर सीकरी: ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर
फतेहपुर सीकरी, जो कि मुग़ल सम्राट अकबर द्वारा 1571 में बसाया गया था, भारतीय इतिहास और संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह स्थान मुग़ल साम्राज्य की भव्यता को दर्शाता है, और यहां स्थित हजरत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह को आस्था और श्रद्धा का प्रतीक माना जाता है। इसके साथ ही, यहां के स्मारक जैसे बुलंद दरवाजा और दिवानी-ए-आम पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।