आगरा: ताजमहल एक बार फिर विवादों में घिर गया है। सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद शनिवार को ताजमहल परिसर में नमाज पढ़े जाने की घटना सामने आई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए फोटो में एक पुरुष और एक महिला को पश्चिमी दिशा में मस्जिद के पास नमाज पढ़ते हुए देखा जा सकता है।
यह पहली बार नहीं है जब ताजमहल में इस तरह की घटना हुई हो। हाल ही में ताजमहल के टॉयलेट में पर्यटकों द्वारा नहाने और गंगाजल चढ़ाने की घटनाएं भी सामने आई थीं। इसके अलावा, ताजमहल के रख-रखाव और व्यवस्थाओं को लेकर भी लगातार सवाल उठते रहते हैं। ताजमहल के मुख्य गुंबद पर उगे पौधे और गुंबद से पानी टपकाने की घटनाएं भी इस बात का प्रमाण हैं।
सवाल यह उठता है कि आखिर इतने बड़े सुरक्षाबल और कर्मचारियों के बावजूद ताजमहल परिसर में इस तरह की घटनाएं कैसे हो रही हैं? एएसआई का भारी भरकम स्टाफ ताजमहल की देखभाल के लिए जिम्मेदार है, वहीं सीआईएसएफ की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी है। लेकिन लगता है कि दोनों ही संस्थाएं अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रही हैं।
ताजमहल में टाइट सिक्योरिटी का दावा करने वाली एएसआई और सीआईएसएफ को नमाज पढ़ने की भनक तक नहीं लगी। इस बारे में एएसआई के अधीक्षक पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल ने कहा कि जहां नमाज पढ़ी गई, वहां कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं होती है, इसलिए जानकारी नहीं हो पाई। अब यहां भी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी, जिससे भविष्य में इस तरह की गतिविधि न हो।