आगरा: आगरा में बढ़ते हुए वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने कड़े निर्देश दिए हैं। सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित एक बैठक में जिला पर्यावरण समिति, जिला वृक्षारोपण समिति, जिला वेटलैण्ड समिति और जिला गंगा समिति के सदस्यों के साथ इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यमुना फ्लड प्लान पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों और खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण करें और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय पहले से ही सुनिश्चित कर लें।
- वायु प्रदूषण: जिलाधिकारी ने सभी विभागों को वायु प्रदूषण कम करने के लिए मिलकर काम करने का निर्देश दिया।
- वृक्षारोपण: रोपे गए पौधों का संरक्षण करने पर जोर दिया गया।
- यमुना फ्लड प्लान: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी और बाढ़ से निपटने के लिए उपाय करने के निर्देश दिए गए।
- स्वास्थ्य सुविधाएं: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में प्रभागीय निदेशक, आगरा और क्षेत्रीय अधिकारी, उ.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, आगरा ने भी उपस्थित थे। एनजीटी के समक्ष प्रस्तुत मुद्दों पर भी चर्चा की गई। सभी विभागों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग रहने और मिलकर काम करने का संकल्प लिया गया। आगरा में बढ़ते हुए वायु प्रदूषण और बाढ़ की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने गंभीर कदम उठाने का फैसला किया है। जिलाधिकारी के निर्देशों के बाद उम्मीद है कि आगरा में पर्यावरण की स्थिति में सुधार होगा।