पांच किलो की रसाैली निकाल डाॅ. नरेंद्र मल्होत्रा ने दिया नया जीवन, आयुष्मान योजना के तहत उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में आ रहे जटिल केस

Dharmender Singh Malik
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पांच किलो की रसाैली (फायब्रॉएड) का ऑपरेशन किया गया। यह रसाैली महिला के पेट में काफी समय से विकसित हो रही थी
आगरा के उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा ने आयुष्मान योजना के तहत एक महिला मरीज की पांच किलो की रसाैली निकालकर उसे नया जीवन दिया। आयुष्मान योजना, सीएम रिलीफ फंड और दीनदयाल फंड जैसे सरकारी योजनाओं से जटिल बीमारियों का इलाज अब आसान और सस्ता हो गया है।
आगरा: आयुष्मान भारत जैसी सरकारी योजनाएं आज हजारों लोगों के लिए एक वरदान साबित हो रही हैं। इन योजनाओं के माध्यम से अब गरीब और मध्यवर्गीय परिवारों को महंगे इलाज का खर्च उठाने की चिंता से मुक्ति मिल रही है। हाल ही में उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में एक जटिल ऑपरेशन के माध्यम से डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा ने एक महिला मरीज की पांच किलो की रसाैली निकालकर उसे नया जीवन दिया। यह घटना न केवल अस्पताल के लिए, बल्कि आयुष्मान योजना के तहत मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की प्रभावशीलता को भी साबित करती है।

आयुष्मान योजना के तहत मिला नया जीवन

narendra malhota पांच किलो की रसाैली निकाल डाॅ. नरेंद्र मल्होत्रा ने दिया नया जीवन, आयुष्मान योजना के तहत उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में आ रहे जटिल केस
पांच किलो की रसाैली निकाल डाॅ. नरेंद्र मल्होत्रा ने दिया नया जीवन।

उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल के एमडी और प्रसिद्ध महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा ने बताया कि आयुष्मान योजना, सीएम रिलीफ फंड और दीनदयाल फंड जैसी योजनाओं से मरीजों को गंभीर बीमारियों का इलाज आसानी से मिल रहा है। इन योजनाओं के कारण अब गरीब से गरीब लोग भी इलाज के लिए न केवल अस्पताल में भर्ती हो सकते हैं, बल्कि उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं भी प्राप्त हो रही हैं।

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डॉ. मल्होत्रा ने कहा, “पहले मरीजों के पास इलाज के लिए पैसे नहीं होते थे और वे गंभीर बीमारियों का इलाज कराने से चूक जाते थे। खासकर बड़े शहरों जैसे दिल्ली और जयपुर में इलाज के लिए बहुत खर्चा होता था, जिससे उन्हें इलाज कराने में कठिनाई होती थी। लेकिन अब आयुष्मान योजना के माध्यम से उन्हें उनके नजदीकी अस्पतालों में ही बेहतर इलाज मिल रहा है।”

महिला मरीज की पांच किलो की रसाैली निकालने में सफलता

हॉस्पिटल में मंगलवार को एक महिला मरीज को पांच किलो की रसाैली (फायब्रॉएड) का ऑपरेशन किया गया। यह रसाैली महिला के पेट में काफी समय से विकसित हो रही थी और इसके कारण उसे अत्यधिक दर्द और कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। पहले इस प्रकार के जटिल ऑपरेशनों के लिए मरीजों को बड़े शहरों में भेजा जाता था, लेकिन अब आयुष्मान योजना के तहत अस्पताल में ही इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक किया गया और महिला मरीज को नया जीवन मिला।

डॉ. मल्होत्रा ने कहा, “यह एक जटिल और जोखिमपूर्ण ऑपरेशन था, लेकिन आयुष्मान योजना की मदद से हमने इसे सफलतापूर्वक किया। मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है और सामान्य जीवन जी सकती है। इस तरह के जटिल मामलों में भी हमारी टीम ने अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के साथ मरीज का इलाज किया।”

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उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल: मरीजों के लिए एक भरोसेमंद नाम

उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल को आयुष्मान योजना के तहत गंभीर और जटिल मामलों में उत्कृष्ट इलाज देने के लिए जाना जाता है। अस्पताल के डॉक्टर्स की टीम और आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मरीजों को उच्चतम स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती हैं। यही कारण है कि लोग अब छोटी-छोटी बीमारियों के लिए भी इस अस्पताल का रुख कर रहे हैं और उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए सही इलाज पा रहे हैं।

आयुष्मान योजना का महत्व

आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में की थी, जिसका उद्देश्य गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को अच्छे स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा प्रदान करना था। इस योजना के तहत मरीजों को अस्पतालों में इलाज के लिए पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलता है, जिससे वे महंगे इलाज के खर्चों से बच सकते हैं। आयुष्मान योजना ने न केवल लोगों को बेहतर इलाज दिया है, बल्कि इसे लागू करने वाले अस्पतालों को भी गुणवत्ता में सुधार करने के लिए प्रेरित किया है।

आगे की राह

आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को मिलने वाली वित्तीय मदद और बेहतर चिकित्सा सेवाएं उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार ला रही हैं। जैसे-जैसे इस योजना का दायरा बढ़ेगा, वैसे-वैसे अस्पतालों में और भी जटिल मामलों का इलाज संभव होगा और अधिक लोगों को जीवनदान मिलेगा। उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल जैसे अस्पताल इस प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा बने हुए हैं, जो जरूरतमंद मरीजों को न केवल आर्थिक मदद देते हैं, बल्कि उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाएं भी प्रदान करते हैं।

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आयुष्मान योजना के माध्यम से अस्पतालों में जटिल और गंभीर बीमारियों का इलाज अब सुलभ और किफायती हो गया है। डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा जैसे विशेषज्ञों की टीम और आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं के साथ, उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल ने यह साबित कर दिया है कि सरकार की योजनाएं कितनी महत्वपूर्ण हैं और कैसे ये समाज के हर वर्ग को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सहायक हैं। अब मरीजों के पास न केवल इलाज की सुविधा है, बल्कि जीवन के हर मोड़ पर उन्हें बेहतर चिकित्सा देखभाल मिल रही है।

 

 

 

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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