किरावली।मानसून की पहली बारिश ने ही एनएचएआई की कार्यप्रणाली की पोल खोलकर रख दी है। किरावली में हाइवे पर जलभराव की समस्या इतनी विकट हो गई है कि लोगों का निकलना दूभर हो गया है।
जलभराव की वजह से होने वाली परेशानियां:
आवागमन में भारी बाधा:हाइवे और सर्विस रोड पर जलभराव होने से वाहनों का चलना मुश्किल हो गया है। पैदल चलने वालों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दुकानदारों का नुकसान:दुकानों के सामने पानी जमा होने से ग्राहकों का आना-जाना कम हो गया है। दुकानदारों का कहना है कि उनकी दुकानों में पानी घुसने से सामान खराब होने का खतरा भी है।
स्वास्थ्य संबंधी खतरा: जलभराव से मच्छरों का प्रजनन बढ़ सकता है, जिससे मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
यात्रियों की परेशानी:बसों और अन्य सार्वजनिक वाहनों को भी जलभराव के कारण रास्ते बदलने पड़ रहे हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है।
स्थानीय लोगों का गुस्सा:स्थानीय लोगों का कहना है कि एनएचएआई द्वारा नालों की सफाई नियमित रूप से नहीं कराई जाती है, जिसके कारण बारिश का पानी जमा हो जाता है। उन्होंने कई बार शिकायत की है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है। लोग एनएचएआई की लापरवाही से काफी नाराज हैं।
पिछली बार भी हुआ था जलभराव,नहीं लिया सबक।पिछले साल भी किरावली में जलभराव की समस्या हुई थी। उस समय भी लोगों ने एनएचएआई से शिकायत की थी, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ था। इस बार भी अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो लोग सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने की धमकी दे रहे हैं।