आगरा: थाना ट्रांसयमुना के कालिंदी विहार इलाके में भारी बारिश के कारण सड़क धंस गई, जिससे सड़क किनारे खड़ा ट्रक नाले में पलट गया। ट्रक लोहे के सामान से लदा हुआ था। सौभाग्य से ट्रक चालक और परिचालक सड़क पर खड़े थे, अन्यथा बड़ा जनहानि हो सकता था। इसी प्रकार, एत्माद्दौला क्षेत्र में दो मंजिला मकान का पिछला हिस्सा भारी बारिश के चलते ढह गया। मकान के पास गणेश जी की प्रतिमा स्थापित है, और अचानक मकान गिरने से गली के बच्चे भी सुरक्षित रहे।
टेडी बगिया क्षेत्र जलमग्न
थाना ट्रांसयमुना का टेडी बगिया क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है। सड़कों और मकानों में पानी भर गया है। पिछले 30 घंटों से लगातार बारिश ने निगम की जल निकासी व्यवस्था को पूरी तरह असफल कर दिया है, और लोग गंदे पानी में चलने को मजबूर हैं। विकास नगर सब्जी मंडी में स्थिति इतनी खराब है कि लोग सब्जियाँ खरीदने में भी कठिनाई महसूस कर रहे हैं।
गोवर्धन क्षेत्र में तालाब का पानी गलियों में भर गया
शहर के हाइवो से लेकर देहात तक भारी बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है। खंदौली क्षेत्र के वार्ड 32 के पूरा गोवर्धन में तालाब का पानी गाँव की गलियों में भर गया है। गलियों में भरे गंदे पानी में से गुजरना एलपीजी के लिए मजबूरी बन गया है। तालाब और गलियाँ एक जैसी नजर आ रही हैं। माननीयों और पार्षदों से कई बार गुहार लगाई गई, लेकिन कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई। चुनाव के समय किए गए वादों को अब भुला दिया गया है, और बारिश के चलते कई मकानों में दरारें आ गई हैं।
एत्माद्दौला क्षेत्र में मकान की पिछली दीवार ढही
थाना एत्माद्दौला के कटरा चौक पट्टी वाली गली में एक तीन मंजिला मकान का पिछला हिस्सा अचानक ढह गया। मकान मालिक मनोज ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण मकान का पिछला हिस्सा भरभरा कर गिर पड़ा। पहली मंजिल पर मकान मालिक और ऊपरी मंजिल पर किरायेदार रहते हैं। घर के पीछे गणेश जी की प्रतिमा है। हादसे के समय मकान के पीछे कोई मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
पार्षदों के घरों का विकास, पूरे क्षेत्र का अधूरा
नगर निगम के पार्षदों के घरों के बाहर पक्की सड़कें और नालियाँ बनी हुई हैं, जबकि अन्य क्षेत्रों के अधूरे विकास कार्यों के लिए न तो पैसे मिल रहे हैं और न ही विकास हो रहा है। स्मार्ट सिटी बनाने का सपना जनता को दिखाया गया, लेकिन धरातल पर स्थिति बिल्कुल उलट है। शहर जलमग्न हो चुका है, और नाले चौक पड़े हैं। प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है, लेकिन क्षेत्रीय विकास अभी भी अधूरा है। सरकार से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कागजी कार्रवाई में हो रहा है, जबकि विकास कार्यों के लिए कोई सुनने वाला नहीं है।