नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा के घर पर सोमवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है। आप नेता मनीष सिसोदिया ने इस छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मोदीजी ने अपने तोता-मैना को फिर खुला छोड़ दिया है।”
छापेमारी की पृष्ठभूमि
संजू अरोड़ा, जो पंजाब से राज्यसभा सांसद हैं, उनके घर पर ED की कार्रवाई उस समय हुई जब पार्टी के अन्य नेताओं के घरों पर पहले भी छापेमारी की जा चुकी है। मनीष सिसोदिया का कहना है कि पिछले दो वर्षों में ED ने अरविंद केजरीवाल, स्वयं उनके, संजय सिंह और सत्येंद्र जैन के घरों पर भी छापेमारी की थी, लेकिन उन मामलों में कुछ भी ठोस नहीं मिला।
मनीष सिसोदिया की टिप्पणी
सिसोदिया ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “आज सुबह से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा जी के घर ED वाले रेड कर रहे हैं। ये लोग आम आदमी पार्टी को तोड़ने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। लेकिन कोशिश कितनी भी कर लें, आम आदमी पार्टी वाले ना रुकेंगे, ना बिकेंगे, ना डरेंगे।”
ED की कार्रवाई
हाल के वर्षों में, ED ने कई आप नेताओं पर शिकंजा कसा है। जांच एजेंसी द्वारा चल रही जांच का मुख्य कारण शराब घोटाला है, जिसमें कई प्रमुख आप नेता शामिल हैं। सत्येंद्र जैन, जो कि वर्तमान में जेल में हैं, के अलावा अन्य सभी नेता जमानत पर बाहर हैं। इस मामले में न केवल ED, बल्कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) भी सक्रिय रूप से कार्य कर रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
इस छापेमारी के बाद, राजनीतिक वातावरण में तनाव बढ़ गया है। आम आदमी पार्टी के नेता इसे मोदी सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई मान रहे हैं। विपक्षी दलों के साथ-साथ कई सामाजिक संगठनों ने भी इस कार्रवाई की निंदा की है, यह कहकर कि यह एकतरफा और राजनीतिक मंशा से प्रेरित है।
संजू अरोड़ा के घर पर ED की छापेमारी एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि क्या सरकार सच में राजनीतिक प्रतिशोध की राजनीति कर रही है या फिर कानून अपने उचित तरीके से काम कर रहा है। इस पूरे मामले ने राजनीतिक चर्चाओं को एक बार फिर गरमा दिया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या विकास होते हैं।