प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जल जीवन मिशन घोटाले में पूर्व मंत्री महेश जोशी के आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी जयपुर और बांसवाड़ा समेत कई इलाकों में हुई है। ED इस घोटाले में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है। छापेमारी से पूर्व मंत्री महेश जोशी मुश्किल में पड़ सकते हैं। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने छापेमारी को राजनीति करार दिया है। ED ने आरोपों को खारिज किया है।
जयपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जल जीवन मिशन घोटाले में पूर्व मंत्री महेश जोशी के आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी जयपुर और बांसवाड़ा समेत कई इलाकों में हुई है।
ED इस घोटाले में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है। छापेमारी में ED ने पूर्व मंत्री महेश जोशी के करीबियों के ठिकानों पर भी छापा मारा है। इसमें पीएचईडी के पांच बड़े अधिकारियों और ठेकेदारों के ठिकाने शामिल हैं।
छापेमारी से पूर्व मंत्री महेश जोशी मुश्किल में पड़ सकते हैं। ED की जांच में अगर उनके खिलाफ कोई सबूत मिलते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने छापेमारी को राजनीति करार दिया है। उन्होंने कहा कि क्या इतने बड़े मुल्क में आर्थिक अपराध नहीं हो रहे हैं? AGENCIES को वहां ध्यान देना चाहिए। ED का ध्यान सिर्फ राजनेताओ पर जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे अध्यक्ष डोटासरा और मेरे पुत्र के पास ईडी को कुछ नहीं मिला। सरकार गिराने के लिए ED का उपयोग करना गलत है। चुनाव जीतने के लिए ED सीबीआई के जरिए घिनौनी राजनीति हो रही है।
हालांकि, ED ने इन आरोपों को खारिज किया है। ED ने कहा है कि वह कानून के मुताबिक जांच कर रही है और किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई तभी की जाएगी जब उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलेंगे।
यह देखना होगा कि ED की इस छापेमारी से पूर्व मंत्री महेश जोशी के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।