आगरा: राधा विहार एक्सटेंशन, कमलानगर निवासी पवन कुमार वर्मा के परिवार के लिए आज की सुबह एक भयावह वज्रपात लेकर आई। पूरे परिवार को उस पल का सामना करना पड़ा, जिसे कोई भी अभिभावक कभी न देखे और न सुने। घर का ताला बंद कर, उनके मन में अपने बेटे की अंतिम झलक पाने की इच्छा से परिवार दौड़ पड़ा, लेकिन जैसे ही पुलिस चौकी बज्र विहार के एक सिपाही ने उन्हें सूचना दी, उनके होश उड़ गए। इस दुखद खबर के बाद, घर में करुण क्रंदन की आवाज़ें गूंज उठीं और पूरा परिवार अवसाद में डूब गया।
पुलिस से मिली दर्दनाक सूचना
आज सुबह, बज्र विहार पुलिस चौकी के एक सिपाही ने पवन कुमार वर्मा के घर पर पहुंचकर उन्हें यह भयावह खबर दी कि उनका होनहार बेटा, डॉ. अनिरुद्ध वर्मा, आज तड़के हुए एक रोड एक्सीडेंट में अपनी जान गंवा चुका है। यह सुनते ही वर्मा परिवार की स्थिति बहुत ही बदहवास हो गई। परिवार के सदस्य बिना किसी ठोस तैयारी के घटनास्थल पर पहुंचने के लिए दौड़ पड़े, ताकि वे अपने बेटे की अंतिम झलक देख सकें।
पूरे इलाके में शोक का माहौल
वर्मा परिवार के इस दुखद समाचार के बाद, कॉलोनी और आसपास के क्षेत्रों में शोक का माहौल फैल गया। घटना की जानकारी जैसे ही आस-पास के लोगों को मिली, सभी ने अपनी संवेदना व्यक्त की और दुखी परिवार के साथ खड़े होने का वादा किया। इस दुर्घटना की चर्चा अब इलाके के प्रत्येक घर में हो रही है, और हर व्यक्ति इस गहरे दुख में वर्मा परिवार के साथ दुखी है।
सड़क दुर्घटना में 5 डॉक्टरों की मौत
घटना का विवरण बताते हुए, यह जानकारी सामने आई कि सैफई मेडिकल कॉलेज में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत इस सड़क हादसे में हुई। ये डॉक्टर मंगलवार शाम को किसी शादी समारोह में शामिल होने के लिए लखनऊ गए थे। बुधवार तड़के, करीब साढ़े तीन बजे, वे सैफई लौटने के लिए अपनी कार में सवार होकर निकले थे।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर स्थित किलोमीटर संख्या 196 के पास, उनकी कार अचानक बेकाबू हो गई और डिवाइडर को तोड़ते हुए, कार आगरा से लखनऊ की दिशा में चली गई और सामने से आ रहे एक ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में डॉक्टर अनिरुद्ध वर्मा (29 वर्ष), संतोष कुमार मोर्य, अरुण कुमार और नरदेव की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, जयवीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए और उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
हादसे के बाद की स्थिति
इस दुर्घटना के बाद, हादसे की जगह पर पहुंचे स्थानीय लोग और प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किया। पुलिस और प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है, और घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। साथ ही, ट्रक ड्राइवर और कार के चालक की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
परिवार के लिए यह एक अभूतपूर्व संकट
डॉ. अनिरुद्ध वर्मा, जो कि एक उभरते हुए चिकित्सक थे, अपने परिवार के लिए हमेशा गौरव का कारण थे। उनकी आकस्मिक मौत ने उनके माता-पिता और परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। पवन कुमार वर्मा और उनका परिवार इस कठिन समय में अंधेरे में खो गया है और वे इस दर्दनाक घटना से उबरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
सड़क सुरक्षा और जिम्मेदारी
यह हादसा हमें सड़क सुरक्षा के महत्व को एक बार फिर याद दिलाता है। तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाना न केवल ड्राइवर की, बल्कि दूसरों की जान को भी खतरे में डाल सकता है। प्रशासन और सरकार से यह अपील की जाती है कि वे सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करें और ऐसे हादसों को रोकने के लिए और प्रभावी कदम उठाएं।