सिंगरौली: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से एक बेहद शर्मनाक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां शादी-विवाह जैसे मांगलिक आयोजनों में नृत्य करने वाली दो महिलाओं के साथ सुनसान खेत में बनी झोपड़ी में दुष्कर्म की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जयंत इलाके में रहने वाली एक महिला के मोबाइल फोन पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया था। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को रामप्रकाश कुशवाहा (उम्र 28 वर्ष) बताया और शादी समारोह में डांस करने के लिए बातचीत की। दोनों पक्षों के बीच चार हजार रुपये में सहमति बनी।
आरोपी रामप्रकाश कुशवाहा बाइक लेकर महिलाओं को लेने के लिए उनके ठिकाने से लगभग 5 किलोमीटर दूर जयंत पहुंचा। उसने दोनों महिलाओं को अपनी बाइक पर बैठाया और कचनी स्थित अपने खेत में बनी एक झोपड़ी (पाही) में ले गया। वहां पहुंचने के बाद रामप्रकाश ने अपने एक दोस्त रोहित कुशवाहा (उम्र 22 वर्ष) को बुलाया। आरोप है कि इसके बाद दोनों आरोपियों ने बारी-बारी से दोनों महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया।
यह जघन्य घटना रविवार रात को घटित हुई बताई जा रही है। दुष्कर्म का शिकार हुई दोनों पीड़ित महिलाएं अपनी आपबीती लेकर तुरंत पुलिस के पास पहुंचीं और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए एक आरोपी, रोहित कुशवाहा को छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस का दावा है कि रोहित को दबिश देकर पकड़ा गया है। वहीं, मुख्य आरोपी रामप्रकाश कुशवाहा अभी भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन विशेष टीमें उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही हैं।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपियों के यहां किसी भी प्रकार का कोई शादी-विवाह या अन्य मांगलिक कार्यक्रम आयोजित नहीं था। आरोपी रामप्रकाश ने महिलाओं को शादी में डांस करने का झूठा बहाना बनाकर बुलाया था। जब महिलाएं खेत में पहुंचीं और उन्होंने आयोजन के बारे में पूछा, तो दोनों आरोपी उन्हें अपने जाल में फंसा चुके थे और उनके साथ घिनौना कृत्य किया।
पीड़ित महिलाओं के संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि उनमें से एक अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग से हैं, जबकि दूसरी सामान्य वर्ग की हैं। एक महिला मूल रूप से छत्तीसगढ़ की रहने वाली है, जबकि दूसरी उमरिया जिले के किसी गांव की निवासी है। ये महिलाएं जीविकोपार्जन के लिए पहले जयंत में मजदूरी का काम करती थीं, लेकिन बाद में उन्होंने शादी-विवाह और अन्य कार्यक्रमों में नृत्य करने का काम शुरू कर दिया था।