आगरा: श्री बुर्जी वाले हनुमान मंदिर प्रताप नगर में श्री सद्गुरु शिष्य भक्त मंडल द्वारा नव वर्ष 2025 और मकर संक्रांति के अवसर पर पूर्वजों की शांति और जनकल्याण हेतु भव्य श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गोवर्धन धाम से पधारे गुरुदेव श्री चैतन्य हरि चरत जी महाराज के पावन सानिध्य में भव्य मंगल कलश शोभा यात्रा श्री चिंता हरण मंदिर से प्रारंभ होकर कथा स्थल तक निकाली गई। इस यात्रा में बैंड बाजों की मधुर ध्वनि पर सभी भक्त नाचते-गाते हुए पीत वस्त्रों में सजे हुए थे, जबकि 101 मंगल कलश यात्रा के साथ चल रहे थे।
कथा स्थल से पूर्व इस शोभा यात्रा का स्वागत स्थानीय भक्तों द्वारा जगह-जगह पुष्प वर्षा करके किया गया, जिससे समूचा वातावरण भक्तिमय बन गया। यह दृश्य बिल्कुल वृंदावन धाम की तरह लग रहा था। शोभा यात्रा में हर ओर भक्ति की लहर दौड़ रही थी, और प्रत्येक भक्त के चेहरे पर दिव्यता का आभास हो रहा था।
भागवत कथा का महत्व
भागवत पुराण की महिमा बताते हुए गुरुदेव श्री चैतन्य हरि चरत जी महाराज ने कहा कि भागवत कथा सुनने से भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और त्याग की प्राप्ति होती है। उन्होंने भागवत कथा के महत्व को स्पष्ट करते हुए कहा, “भागवत से बढ़कर कोई साधन नहीं है, विशेष रूप से पूर्वजों के कल्याण के लिए।” उन्होंने यह भी कहा कि ‘भ’ से भक्ति, ‘ग’ से ज्ञान, ‘व’ से वैराग्य, और ‘त’ से त्याग की प्रेरणा मिलती है। यह कलयुग में भक्ति, ज्ञान और वैराग्य को जगाने का साधन है।
गुरुदेव ने श्रद्धालुओं को भागवत कथा के माध्यम से आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उनकी वाणी से ओत-प्रोत हो भक्तजन इस अवसर पर भाव-विभोर हो गए और कथा के साथ-साथ अपना जीवन आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित हुए।
कलश यात्रा में प्रमुख हस्तियाँ
इस भव्य कलश यात्रा में कई प्रमुख भक्तजन शामिल हुए। जिनमें प्रमुख रूप से मनोज सिंघल, मनीष अग्रवाल, मनोज गोयल, राजकुमार अग्रवाल, राकेश मित्तल, प्रमोद सिंघल, कृष्ण मुरारी सिंघल, अनूप अग्रवाल, सौरभ गुप्ता, गुंजन सिंघल, पूनम अग्रवाल, अमित अग्रवाल आदि भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
आध्यात्मिक समागम और उद्देश्य
इस कथा महोत्सव का मुख्य उद्देश्य नव वर्ष 2025 और मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर भक्तों को आध्यात्मिक जागरण और पूर्वजों की शांति के लिए मार्गदर्शन देना था। श्री सद्गुरु शिष्य भक्त मंडल के प्रयासों से यह आयोजन एक धार्मिक और सामाजिक समागम बन गया, जिसमें न केवल श्रीमद्भागवत की महिमा का बखान किया गया, बल्कि लोगों को एकजुट कर समाज के कल्याण की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा भी दी गई।
नव वर्ष 2025 के शुभारंभ में भव्य आयोजन
नव वर्ष 2025 का स्वागत भक्तिमय वातावरण में हुआ। इस आयोजन में विभिन्न सामाजिक और धार्मिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें मंगल कलश यात्रा, भागवत कथा, और भक्तों के लिए प्रसाद वितरण प्रमुख रहे। इस दौरान, श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी और एकजुट होकर समग्र समाज की शांति और कल्याण के लिए प्रार्थना की।
कार्यक्रम के अंत में गुरुदेव श्री चैतन्य हरि चरत जी महाराज ने उपस्थित भक्तों को आशीर्वाद दिया और उनके जीवन में सुख, समृद्धि और संतोष की कामना की। उन्होंने यह भी कहा कि भागवत कथा का श्रवण हर व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।