वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में स्थित वजूखाना के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा वैज्ञानिक सर्वेक्षण करवाने की मांग को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में चल रही सुनवाई एक बार फिर टल गई है। इस मामले में श्रृंगार गौरी मामले की याचिकाकर्ता राखी सिंह ने सिविल पुनरीक्षण याचिका दायर की थी।
क्या है पूरा मामला?
वाराणसी की जिला अदालत ने पहले वजूखाना में सर्वे की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया था, जिसके खिलाफ यह याचिका उच्च न्यायालय में दायर की गई है। याचिकाकर्ता का तर्क है कि वजूखाना में धार्मिक महत्व की वस्तुएं हो सकती हैं और ASI सर्वेक्षण से इसकी पुष्टि हो सकती है।
क्यों टली सुनवाई?
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की एकल पीठ ने सोमवार को इस मामले की सुनवाई करनी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से सुनवाई टाल दी गई। अब इस मामले की सुनवाई अगले सप्ताह होने की संभावना है।
विवाद का कारण
ज्ञानवापी परिसर में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के धार्मिक विश्वास जुड़े हुए हैं। वजूखाना को लेकर चल रहा विवाद दोनों समुदायों के बीच तनाव का कारण बन सकता है।
क्या हैं आगे की संभावनाएं?
उच्च न्यायालय का फैसला इस मामले का रुख तय करेगा। यदि अदालत ASI सर्वेक्षण की अनुमति देती है तो इससे विवाद और गहरा सकता है। वहीं, यदि अदालत याचिका खारिज करती है तो इससे विवाद थम सकता है।