नई दिल्ली । शराब घोटाले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत अर्जी पर आज सुनवाई हो सकती है। हालांकि इस सुनवाई के दौरान ईडी द्वारा जेल से मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किए जाने से नया पेच फंसने की भी आशंका है। इस सुनवाई से एक दिन पहले ईडी ने गुरुवार को तिहाड़ जेल से सिसोदिया को गिरफ्तार किया है। ईडी शराब घोटाले में मनी ट्रेल की जांच कर रही है।
ईडी का आरोप है कि मनीष सिसोदिया से जेल में करीब आठ घंटे तक पूछताछ हुई लेकिन उन्होंने जांच टीम को सहयोग नहीं किया। दूसरी ओर मनीष सिसोदिया ने कोर्ट में दाखिल अपनी जमानत अर्जी में कहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें जब भी बुलाया वह जांच में शामिल हुए हैं। हर सवाल का जवाब भी दिया है। इस मामले में बरामदगी भी पहले हो चुकी है। ऐसे में उन्हें हिरासत में रखकर कोई सार्थक उद्देश्य पूरा नहीं होने वाला है।
मनीष सिसोदिया ने अपनी जमानत के पक्ष में तर्क दिया है कि इस मामले में गिरफ्तार अन्य आरोपियों को जमानत मिल चुकी है। ऐसे में उन्हें जेल में रखने से कोई लाभ नहीं होने वाला। सिसोदिया की जमानत अर्जी पर विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल की कोर्ट में सुनवाई होनी है। कोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को इस अर्जी पर जवाब देने के लिए आज तक का समय दिया था।
सीबीआई द्वारा 26 फरवरी को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को छह मार्च को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। उम्मीद जताई जा रही थी कि शुक्रवार को होने वाली सुनवाई में उन्हें जमानत मिल जाएगी। लेकिन इस सुनवाई से ठीक पहले ईडी ने उन्हें मनी ट्रेल मामले में गिरफ्तार कर लिया है। ऐसे में आशंका है कि सीबीआई के केस में भले ही उन्हें जमानत मिल जाए लेकिन ईडी के केस की वजह से उन्हें कुछ दिन और जेल में रहना पड़ सकता है।