न्याय की आस में पुलिस अधिकारियों की चौखटो के चक्कर काट रहरही शिक्षिका
दीपक शर्मा
मैनपुरी। बच्चों और अधिवक्ता पति के साथ खुशहाल जिंदगी की रही इंटरमीडिएट कालेज की शिक्षिका की जिंदगी में ऐसा मोड़ आया कि उसकी जिंदगी नरक बनती जा रही है। पति-पत्नी के बीच में हुई वो की एंट्री ने घर में भूचाल खड़ा कर दिया है। किलांट बनकर आई एक महिला ने अधिवक्ता पर ऐसा जादू चलाया कि उसे अपने बस में कर लिया। अधिवक्ता की पत्नी, पति को प्रेमिका के चंगुल से छुटकारा दिलाने के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रही है।
पति-पत्नी और वो की एंट्री से जुड़ा यह मामला मैनपुरी शहर के एक मोहल्ले का है। बताते चलें मैनपुरी निवासी दलित समुदाय की एक महिला जनपद औरैया में इंटर कॉलेज में टीचर है। उनके पति मैनपुरी दीवानी में अधिवक्ता के रूप में वकालत करते हैं। बुधवार की दोपहर कलेक्ट्रेट स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची दलित शिक्षिका ने बताया कि वह कई बार एसपी साहब से मिलने आ चुकी है। पर उसे पुलिसकर्मी मिलने नहीं देते हैं। कहते हैं तुम कोतवाली जाओ। जब हम कोतवाली जाते हैं, तो वहां मेरी कोई बात सुनने को तैयार नहीं है। अब हम जाएं तो जाएं कहां। मेरे पति पेसे से अधिवक्ता है। दीवानी में वकालत करते हैं। वकालत के दौरान एक महिला अपने पति से छुटकारा हो जाने का और दहेज उत्पीदन का मुकदमा लेकर मेरे पति के पास आई थी। अधिवक्ता होने के नाते उन्होंने उस महिला का मुकदमा अपने पास ले लिया। अब उस महिला ने मेरे ही पति को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया है। मेरे पति कही हनीट्रेप का शिकार ना हो जाए। महिला शातिर दिमाग लगती है। मेरे पति को गुमराह करके अपने साथ ले जाती है और होटल में शराब के जाम छलकाती है। जिसके मेरे पास मोबाइल से खींचे हुए फोटो भी मौजूद हैं। मेरे पति को शातिर महिला के चंगुल से किसी तरह छुटकारा दिलवाया जाए। मेरे दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। परिवार बिखरने के कगार पर है। अधिवक्ता पति उसके प्रेम जाल में इस कदर फस चुके हैं कि अब वह वापस मुड़कर आना नहीं चाहते हैं। सारी संपत्ति उसी के नाम करना चाहते हैं। पीड़ित महिला न्याय की आस में पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रही है। मगर उसकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है। पति-पत्नी के बीच में हुई वो की एंट्री ने पूरे परिवार को बिखेर कर रख दिया है।