लुधियाना: पंजाब में बाढ़ की विभीषिका थमने का नाम नहीं ले रही है। अब इसका सीधा खतरा लुधियाना शहर पर भी मंडराने लगा है। शुक्रवार को लुधियाना के पूर्वी इलाकों में सतलुज नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाने के बाद बाढ़ का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि सतलुज नदी पर गांव ससराली के पास स्थित एक प्रमुख बांध किसी भी समय टूट सकता है।
बांध कमजोर होने की वजह
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, बृहस्पतिवार को सतलुज नदी में आए अत्यधिक तेज बहाव के कारण बांध और नदी के बीच की मिट्टी का बड़ा हिस्सा कटकर बह गया। इससे बांध की नींव कमजोर हो गई है और वह टूटने की कगार पर पहुंच गया है। यह खबर मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया।
सेना और एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, पंजाब सरकार ने तुरंत भारतीय सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमों को मौके पर बुलाया। सेना और एनडीआरएफ के जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया है और बांध को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है।
उच्चाधिकारी स्वयं मौजूद
हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा और उपायुक्त (DC) हिमांशु जैन स्वयं मौके पर मौजूद हैं। रिपोर्टों के अनुसार, वे स्थिति पर करीब से नजर रखने के लिए नंगे पैर बांध पर बैठे हुए हैं। उनकी मौजूदगी से बचाव और राहत कार्यों में तेजी आई है।
रिंग बांध का निर्माण
ससराली बांध के टूटने की स्थिति में शहर को बचाने के लिए एक आपातकालीन उपाय के तौर पर, प्रशासन ने एक नया “रिंग बांध” बनाने का फैसला किया है। यह 10 फीट ऊंचा और 500 मीटर लंबा रिंग बांध टूटे हुए बांध से कुछ दूरी पर बनाया जा रहा है ताकि पानी के तेज बहाव को रोका जा सके और इसे शहर में घुसने से पहले मोड़ा जा सके।
14 गांवों में हाई अलर्ट
अगर ससराली बांध टूटता है तो इसका सीधा असर लुधियाना के 14 गांवों पर पड़ेगा, जहां हजारों लोगों के जीवन और संपत्ति को खतरा है। इसे देखते हुए, इन सभी गांवों में रहने वाले लोगों के लिए “हाई अलर्ट” जारी किया गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है।
आगे की राह
प्रशासन ने लोगों से शांत रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। बचाव दल लगातार काम कर रहे हैं और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, जिस तरह से सतलुज का जलस्तर बढ़ रहा है, उससे आने वाले समय में लुधियाना में बाढ़ का खतरा बना रहेगा।