मारपीट और सरकारी अभिलेखों के फाड़ने के बावजूद अवर अभियंता पर राजीनामे का बनाया गया जबरन दवाब
वायरल ऑडियो से विद्युत विभाग के अधिकारियों और थाना अछनेरा की भूमिका पर लगा सवालिया निशान
आगरा(किरावली) । थाना अछनेरा के गांव अंगनपुरा में बीते सोमवार को विद्युत बिल के बकायेदार के घर का कनेक्शन काटने पहुंचे अवर अभियंता को जान बचाने के लाले पड़ गए थे। जिस दबंग का कनेक्शन काटने अवर अभियंता पहुंचे थे, उसके द्वारा अवर अभियंता के पैर में फ्रेक्चर की चोट होने के बावजूद जमकर गाली गलौज और मारपीट की थी, सरकारी अभिलेखों को भी फाड़ दिया था। इस पूरे प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। घटना के बाद अवर अभियंता द्वारा थाना अछनेरा पहुंचकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई हेतु तहरीर दी थी।
बताया जाता है कि चौबीस घंटे बीतने के बावजूद इस मामले में थाना अछनेरा पुलिस कार्रवाई के नाम पर शून्य है। उधर विद्युत विभाग के उच्चाधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहा है। अपने विभाग की खातिर जो अवर अभियंता मौके पर गया, उसके साथ आपराधिक घटना हुई, इसके बावजूद उसी अवर अभियंता के सामने बेहद दवाब की स्थिति बनने लगी है। बताया जा रहा है कि अवर अभियंता के प्रकरण में मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक ऑडियो ने पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ है। अवर अभियंता के साथ घटना होने के बाद उनके साथ जिस हद दर्जे की राजनीति का शिकार उनको होना पड़ा।
थाने पर विभागीय लोगों ने ही छोड़ दिया साथ, पुलिस ने राजीनामे का बनाया जमकर दवाब
वायरल ऑडियो के हवाले से बताया जा रहा है कि अवर अभियंता घटना के बाद जब थाने पहुंचे तो उनके साथ कोई भी विभाग का उच्चाधिकारी नहीं था। स्थानीय स्तर के कुछ छुटभैया लोगों ने अवर अभियंता पर दवाब बनाना शुरू कर दिया, इसके बाद थाने पर भी उनके साथ ही यही स्थिति रही। अवर अभियंता पर इतना मानसिक दवाब बनाया गया कि स्थिति उनके नियंत्रण से बाहर होने लगी। अवर अभियंता दवाब से बचने के लिए थाना छोड़कर कहीं चले नहीं जाएं, इसके लिए उनकी गाड़ी की चाबी तक निकाल ली गई। थाने पर बार बार एक जनप्रतिनिधि के प्रतिनिधि का नाम गूंजता रहा, उसके दवाब के कारण अवर अभियंता के मामले में कोई कार्रवाई नहीं होगी।
अधिशासी अभियंता बोल रहे एफआईआर हो गई, अधीक्षण अभियंता बोले जानकारी नहीं, थाना प्रभारी बोले समझौता हो गया
अवर अभियंता के प्रकरण में थाना प्रभारी से लेकर विद्युत विभाग के अधिकारियों, सभी की बातों में पूरा विरोधाभास देखने को मिल रहा है। अधीक्षण अभियंता से वार्ता करने पर बताया गया कि उन्हें इस गंभीर प्रकरण की कोई जानकारी स्थानीय अधिकारियों द्वारा नहीं दी गई है। अधीनस्थों से रिपोर्ट तलब करके आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। अधिशासी अभियंता किरावली के मुताबिक अवर अभियंता की तहरीर पर थाना अछनेरा में अभियोग पंजीकृत हो गया है। एसडीओ की भूमिका संदिग्ध रही,उधर प्रभारी थाना निरीक्षक का कहना था कि गांव के एक प्रधानपति की भूमिका पर इस मामले में समझौता हो गया है। अवर अभियंता अब कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं।
अवर अभियंता को छोड़ दिया उसके हाल पर, स्टाफ का इकबाल हुआ कमजोर
वायरल ऑडियो में इस बात का बार बार जिक्र किया जा रहा है कि अवर अभियंता ने समझौता करके अच्छा नहीं किया। आगे की स्थिति में गांवों में कोई अधिकारी विद्युत चोरी रोकने हेतु कैसे जा सकेगा। अवर अभियंता की तरफ से बार बार बोला जा रहा है कि वह तो कार्रवाई चाहते थे, लेकिन उच्चाधिकारियों ने उनका साथ नहीं दिया। थाने पर भी उनके साथ दवाब की रणनीति बनाई गई।