जलेसर में अवैध गर्भपात: महिलाओं की जान जोखिम में

MD Khan
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जलेसर में अवैध क्लिनिकों का बढ़ता प्रकोप चिंता का विषय बना हुआ है।

जलेसर में अवैध क्लिनिकों का बढ़ता प्रकोप चिंता का विषय बना हुआ है। जलेसर में अवैध गर्भपात का कारोबार फल फूल रहा है। इन क्लिनिकों में गर्भपात जैसे गंभीर ऑपरेशन बिना किसी सुरक्षा मानकों के किए जा रहे हैं, जिसके कारण कई महिलाएं अपनी जान गंवा रही हैं। हाल ही में हुई दो घटनाओं ने इस समस्या को और गहरा कर दिया है। पहली घटना में, जैनपुरा रोड स्थित एक क्लिनिक में एक 32 वर्षीय महिला की गर्भपात के दौरान मौत हो गई। दूसरी घटना में, गोपालपुर गांव की एक महिला बार-बार गर्भपात करवाने के कारण गंभीर बीमार है। जिसके चलते महिलाओं की जान जोखिम में है।

दो घटनाओं ने उजागर किया गंभीर मसला

हाल ही में हुई दो घटनाओं ने इस समस्या को और गहरा कर दिया है। पहली घटना में, जैनपुरा रोड स्थित एक क्लिनिक में एक 32 वर्षीय महिला की गर्भपात के दौरान मौत हो गई। दूसरी घटना में, गोपालपुर गांव की एक महिला बार-बार गर्भपात करवाने के कारण गंभीर बीमार है।

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केस नंबर एक

प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत नगर के जैनपुरा रोड स्थित बड़े मियाँ दरगाह के निकट एक झोलाछाप चिकित्सक के अवैध क्लीनिक में अप्रशिक्षित एवं फर्जी डिग्री धारी चिकित्सक द्वारा शनिवार की शाम लगभग पांच बजे लगभग 32 वर्षीया अनीता पत्नी दिनेश कुमार का ओबर्सन कर दिया गया। ओबर्सन के दौरान चिकित्सक द्वारा किसी इस के काट दिये जाने से ब्लीडिंग शुरू हो गयी। परिजन मृतका को पुनः उसी क्लीनिक में ले गये। मगर चिकित्सक मृतका का रक्तस्राव नही रोक पाये। परिणामस्वरूप महिला की रात्रि लगभग एक बजे मौत हो गयी। मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। मृतका के पति ने जिलाधिकारी एवं सीएमओ एटा से फर्जी डिग्रीधारी झोलाछाप चिकित्सक एवं अवैध क्लीनिक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

केस नंबर दो- जीवन और मौत के बीच जूझ रही है सुदामा

जलेसर। कोतवाली क्षेत्र के गांव गोपालपुर निवासी प्रेमपाल सिंह पुत्र गोकुल सिंह ने गुरुवार को जिलाधिकारी एटा एवं कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जलेसर को अलग प्रार्थना पत्र दिये हैं। जिसमें बताया गया है कि उसकी पत्नी सुदामा के पेट में दर्द होने पर वह उसे लेकर गत 21जून 2024 को दोपहर 12 बजे जलेसर नगर में पुरानी पैट्रोल पम्प के सामने गली में स्थित डॉ रामबाबू कुशवाह के जनता नर्सिंग होम में लेकर गया था। जहाँ पीड़ित के मना करने के बाबजूद डा० ने पत्नी के प्रेगनेन्ट होने पर सफाई कर दी। मगर इसके बाद भी पत्नी सुदामा की हालत बिगडती गयी।डा० रामबाबू के दोबारा दवा देने पर भी ठीक नही हुई। सुदामा की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो वह अपनी पत्नी सुदामा को लेकर 21जुलाई 2024 को पुनः जनता नर्सिंग होम लेकर पहुंचा।जिस पर डा० रामबाबू की पत्नी ने सुदामा की गर्भाशय की सफाई कर दी। जिससे सुदामा की हालत ज्यादा बिगड़ने पर उसे ट्रामा सेन्टर फिरोजाबाद में जा कर अल्ट्रासाउंड कराया। इससे पहले भी जलेसर स्थित प्रतिहार अल्ट्रासाउंड के यहाँ भी अल्ट्रासाउंड कराया था। ट्रामा सेन्टर फिरोबाद में डा० शैली अग्रवाल ने बताया कि इसकी हालत अन्दर इन्फेक्सन होने के कारण अत्यधिक खराब हुई है। बार-बार सफाई होने के कारण अन्दर इन्फेक्शन ज्यादा हो गया है। जो जीवन और मौत के बीच  जूझ रही है।

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अनियमित क्लिनिकों में खतरा

इन घटनाओं से स्पष्ट है कि जलेसर में कई ऐसे क्लिनिक हैं जो बिना किसी लाइसेंस के चल रहे हैं। इन क्लिनिकों में काम करने वाले लोग अक्सर अप्रशिक्षित होते हैं और उनके पास आवश्यक उपकरण भी नहीं होते हैं। नतीजतन, महिलाओं की जान जोखिम में पड़ जाती है।

शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं

पीड़ित परिवारों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। स्थानीय अधिकारी इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।

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