नई दिल्ली। जेठ की तपती गर्मी के दिनों में दिल्ली-एनसीआर में आज गुरुवार की सुबह कोहरा छाया रहा। कई इलाकों में कुहासा दिखा। मई में ये नजारा देखकर लोग अचरज में हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ और दिनों तक इसी तरह के मौसम का अनुमान लगाया है। मौसम विभाग के ताजा बुलेटिन के अनुसार इस वक्त जहां बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात सक्रिय है, वहीं राजस्थान के ऊपर वायुमंडल में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इससे पूरे उत्तर भारत में अलग किस्म का मौसम तंत्र विकसित हो गया है।
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले तीन-चार दिनों तक पूरे उत्तर भारत में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होती रहेगी। हालांकि, शुक्रवार को मौसम शुष्क रहने की भी बात कही गई है। मौसम विभाग के मुताबिक हिमालयी इलाकों के अलावा हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आज भी बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के मैदानी इलाकों सहित निचले और मध्य ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में भी अलग-अलग स्थानों पर शुक्रवार तक गरज के साथ छीटे पड़ने और आकाश में बिजली चमकने का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य के सभी 12 जिलों के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा जारी है।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के केदारनाथ में हिमपात जारी रहने और अगले कुछ दिनों तक मौसम में सुधार न होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। इसके मद्देनजर हिमालयी धाम की यात्रा फिलहाल स्थगित कर दी गई है। मौसम विभाग ने विशेष रूप से केदारनाथ की ओर जाने वाले तीर्थयात्रियों को सलाह दी है कि वे जहां हैं, वहीं रहें।
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में 9 मई के आसपास एक ग्रीष्मकालीन चक्रवात आ सकता है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने मीडिया को बताया कि संख्यात्मक मॉडल के अनुसार 9 मई के आसपास चक्रवाती तूफान के लिए स्थिति अनुकूल होने का संकेत मिला है, लेकिन इसकी गति और तीव्रता 7 मई को कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद निर्धारित की जा सकती है। मछुआरों को 7 मई से समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमानों के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहेगा। इसके अलावा छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ, तटीय आंध्र प्रदेश के कई इलाकों समेत जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई हिमालयी इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है।