कानपुर। पति-पत्नी के बीच विवाद का फायदा उठाते हुए एक दारोगा ने कथित तौर पर पत्नी के साथ रासलीला रचाई। ठेकेदार ने डेढ़ साल पहले प्रेम विवाह किया था, लेकिन पत्नी से झगड़े के बाद दारोगा के साथ उसकी नजदीकियाँ बढ़ गईं। पति ने आरोप लगाया कि दारोगा उसकी पत्नी को बहला-फुसलाकर अपने जाल में फंसाने में सफल रहा है।
ग्वालटोली थाने के एक दारोगा का नाम सामने आया है, जिसके साथ पत्नी की व्हाट्सएप चैट के दर्जनों पेज प्रिंट कराकर पति ने पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत की। उसने सीपी से गुहार लगाई कि उसकी पत्नी को दारोगा से बचाया जाए। पति का आरोप है कि दारोगा के उकसाने पर ही पत्नी ने उस पर दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है।
पूरा मामला
रेलबाजार थानाक्षेत्र के निवासी ठेकेदार ने बताया कि उसने 17 फरवरी 2023 को ग्वालटोली निवासी युवती से लव मैरिज की थी। जनवरी 2024 में पत्नी के साथ विवाद के बाद वह मायके चली गई। आरोप है कि अप्रैल 2024 में पत्नी का दारोगा के साथ प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। दोनों के बीच व्हाट्सएप कॉल और चैट होने लगीं।
जब ठेकेदार पत्नी को लेने ससुराल पहुंचा, तो पत्नी भड़क गई और विवाद शुरू कर दिया। पति का आरोप है कि पत्नी ने जून में उन पर दहेज उत्पीड़न का झूठा मुकदमा दर्ज कराया। विवेचना दूसरे दारोगा कर रहे थे। सितंबर में दोनों पक्षों को बुलाया गया, लेकिन दारोगा ने समझौते में दखल दिया।
एक दिन जब ठेकेदार पत्नी के साथ बातचीत कर रहा था, तो उसने पत्नी का मोबाइल चेक किया, जिसमें दारोगा और पत्नी के बीच आपत्तिजनक चैट मिले। जब ठेकेदार ने पत्नी से पूछा, तो उसने कहा कि दारोगा ने मुकदमे में मदद की थी, इसलिए वह मैसेज कर रहा है। पति ने विरोध किया, तो पत्नी ने दारोगा से मिलकर उसे अपहरण और डकैती के आरोप में जेल भिजवाने की धमकी दी।
कार्रवाई की मांग
पीड़ित ने पति-पत्नी के बीच की आपत्तिजनक चैट के 50 पन्नों के साथ पुलिस आयुक्त कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया है। पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने कहा कि मामले का संज्ञान लिया गया है और इसकी जांच कराई जाएगी।
इस घटना ने कानपुर में चर्चा का विषय बना दिया है, जिसमें एक दारोगा की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।