आगरा: आगरा में एक व्यक्ति के साथ चोरी की एक चौंकाने वाली घटना घटी है। बिजलीघर बस अड्डे से बस में सवार होकर अपने घर जा रहे सूरज ओझा नामक व्यक्ति के बैग से लाखों रुपये कीमत के जेवरात चोरी हो गए। इस घटना के बाद सूरज ओझा ने थाना बसई अरेला में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
चोरी की घटना: कैसे हुआ हादसा?
गांव कांकड़खेड़ा निवासी भागीरथ ओझा का पुत्र सूरज ओझा 17 जनवरी को दिल्ली से आगरा पहुंचा। आगरा में बिजलीघर बस अड्डे से सूरज ने स्याहीपुरा (बाह) जाने के लिए बस पकड़ी। बस कंडक्टर के कहने पर उसने अपना बैग पिछली सीट के पास रख दिया और खुद बस की बीच की सीट पर बैठ गया। पिछली सीट पर पहले से ही कई यात्री मौजूद थे।
बस में यात्रा करते समय सूरज ने ध्यान नहीं दिया कि उसके बैग से कोई सामान चोरी हो सकता है। बस डौकी, फतेहाबाद, अरनौटा और बांके की ठार पर रुकी, जहां कुछ यात्री बस से उतरे। सूरज ओझा ने स्याहीपुरा पर बस से उतरकर अपने घर जाने के बाद बैग खोला और अंदर का सामान देखा।
बैग में रखे जेवरात थे गायब
घर पहुंचने पर सूरज ओझा ने देखा कि उसके बैग की कपड़ों की पैकिंग फटी हुई थी और उसमें रखे जेवरात गायब थे। सूरज ने अपनी तहरीर में बताया कि बैग से एक गले का हार, एक मांग टीका, दो झुमकी और एक कमरबंद चोरी हो गए हैं। इन जेवरातों की कीमत लाखों रुपये में बताई जा रही है।
सूरज ओझा ने इस घटना को लेकर थाना बसई अरेला में तहरीर दी है और पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने शुरू की जांच
पीड़ित व्यक्ति की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना स्थल और बस में सवार लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। साथ ही, बस के ड्राइवर और कंडक्टर से भी पूछताछ की जाएगी। पुलिस इस मामले में जल्द ही आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयासरत है।
सुरक्षा के उपायों की आवश्यकता
इस घटना से यह सवाल भी उठता है कि बस यात्रा करते समय यात्रियों के सामान की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है। कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं, जब यात्री यात्रा के दौरान असावधानी के कारण अपना सामान खो देते हैं। वहीं, इस घटना ने यह भी साबित कर दिया कि सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है।