कानपुर देहात के मैथा तहसील के चाहला गांव में सोमवार को ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक टीम पर मां-बेटी की हत्या आरोप लग गया है। जिसके बाद प्रशासन ने एसडीएम को निलंबित कर दिया है। जिसके बाद दोनो के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
इस पूरी घटना का इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में मां-बेटी चिल्लाते हुए दिखाई दे रही हैं। वह कह रही है कि इन लोगों ने आग लगा दी। इस दौरान झोपड़ी के भीतर मां-बेटी जिंदा जल गए। आक्रोशित लोगों ने लेखपाल पर कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर अफसरों की टीम को दौड़ा लिया था।
दरअसल, सोमवार को कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली पंचायत के चाहला गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम पहुंची थी। इस दौरान अचानक झोपड़ी में आग लगने से उसके भीतर मां-बेटी जिंदा जल गए। आक्रोशित लोगों ने आग लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ का गुस्सा देख टीम के अन्य लोग भाग खड़े हुए। गुस्साए लोगों नेएसडीएम, रुरा इंस्पेक्टर, तहसीलदार व लेखपाल समेत गांव के 10 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग करते हुए शवों को नहीं उठने दिया।
मंडलायुक्त, आईजी,और डीएम ने लोगों को देर रात तक समझाया,लेकिन परिजन नहीं माने। मंगलवार सुबह से ही परिजनों को समझाने का प्रयास चल रहा हैं। वहीं मृतकों के परिजन पांच करोड़, सरकारी नौकरी और दोनो बेटों के लिए आवास की मांग पर अड़े हैं। जेसीबी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही एसडीएम को निलंबित कर दिया है। वहीं अतिक्रमण हटाने के दौरान का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसे देखकर लोगों का दिल दहल रहा है। वीडियो में पूरा सच नजर आ रहा है।
वायरल वीडियो में प्रमिला और उसकी बेटी शिवा जलती हुई झोपड़ी के अंदर सही सलामत मौजूद दिख रही है। जबकि, गेट के बाहर पुलिस प्रशासन दल-बल के साथ खड़ा नजर आ रहा है। जैसे ही झोपड़ी पर बुलडोजर चलाना शुरू होता है तो प्रमिला बाहर से चिल्लाते हुए झोपड़ी के अंदर आते दिखी। इसके बाद जान देने की बात कहते हुए उसने अंदर से गेट बंद कर लिया। यह देखकर कुछ महिला सिपाही गेट के पास पहुंचीं और धक्का मारकर गेट खोला तो प्रमिला चिल्लाते हुए सुनाई दे रही है कि इन लोगों ने आग लगा दी। उस वक्त सिर्फ छप्पर पर आग लगी नजर आ रही थी। इसी बीच बुलडोजर से झोपड़ी को गिरा दी जाती है।