आगरा: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत चलाए जा रहे कायाकल्प कार्यक्रम के तहत गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खेरागढ़ में कायाकल्प टीम ने बाहरी मूल्यांकन (एक्सटर्नल एसेसमेंट) किया। इस दौरान स्वास्थ्य केंद्र में दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की गहन समीक्षा की गई और कई महत्वपूर्ण मानकों पर निरीक्षण किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव के अनुसार, जिले में चार सीएचसी का कायाकल्प टीम द्वारा एक्सटर्नल एसेसमेंट किया जाएगा। इसमें सीएचसी खेरागढ़ के साथ-साथ सीएचसी फतेहाबाद, सीएचसी बिचपुरी और सीएचसी अछनेरा का भी मूल्यांकन आगामी दिनों में होगा। यह मूल्यांकन तीन चरणों में किया जाता है: आंतरिक मूल्यांकन, सहकर्मी मूल्यांकन और बाहरी मूल्यांकन। इस दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण और स्टाफ के मरीजों के प्रति व्यवहार पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
सीएचसी खेरागढ़ के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कायाकल्प एक्सटर्नल एसेसमेंट टीम में डॉ. शान-ए-आलम और मनीष द्विवेदी शामिल थे। टीम ने सबसे पहले अस्पताल परिसर की स्वच्छता का निरीक्षण किया। इसमें रोड साइड और केंद्र के मेन गेट पर लगे हुए बोर्ड और कैटल गार्ड की स्थिति, अस्पताल परिसर में झाड़ियों का प्रबंधन, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता और क्लोरीन की स्थिति की जांच की गई। इसके साथ ही हर्बल गार्डन और जननी सुरक्षा योजना की किचन की स्वच्छता का भी मूल्यांकन किया गया।
टीम ने अस्पताल में बायोमेडिकल वेस्ट के प्रबंधन, एक्स-रे रूम, फार्मेसी, इमरजेंसी, ऑपरेशन थियेटर, प्रसव कक्ष, ट्राएज एरिया, न्यू बॉर्न सिक यूनिट और रक्त भंडारण कक्ष का भी निरीक्षण किया। इसके अलावा, प्रसव कक्ष में नर्सिंग स्टाफ से किट के उपयोग और संक्रमण नियंत्रण पर भी जानकारी ली गई।
टीम ने अस्पताल के समग्र दस्तावेजों का मूल्यांकन करते हुए कर्मचारियों के कार्यों और मरीजों को मिल रही सुविधाओं की सराहना की। डॉ. सिंह ने बताया कि यह मूल्यांकन अस्पताल की स्वच्छता, कर्मचारियों के कार्यों और मरीजों के साथ स्टाफ के व्यवहार की महत्वपूर्ण समीक्षा करता है, जिससे भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं को और भी बेहतर बनाया जा सके।
इस मौके पर सीएचसी खेरागढ़ का पूरा स्टाफ मौजूद था और टीम ने अस्पताल की गतिविधियों और प्रक्रियाओं के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
यह मूल्यांकन जिले के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों के लिए भी एक उदाहरण साबित होगा, जहां स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने और सुधारने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।