कासगंज की घटना से अधिवक्ता समाज में फैला रोष, जनमंच ने हत्या के खुलासे और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया, नहीं हुई गिरफ्तारी तो होगा बड़ा आंदोलन
आगरा। उत्तर प्रदेश में अधिवक्ताओं पर लगातार हो रहे हमले और हत्याओं की चिंता जताते हुए राज्य निर्माण जनमंच लंबे समय से अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम को लागू कराने की मांग कर रहा है। हालांकि, सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। हाल ही में कासगंज की महिला अधिवक्ता, मोहिनी तोमर का कोर्ट परिसर से अपहरण कर हत्या कर दी गई। उनकी निर्वस्त्र लाश पानी में पाई गई, जिससे बलात्कार की आशंका भी जताई जा रही है।
पिछले दिनों कोलकाता में महिला डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या की घटना ने देशभर में आंदोलन को जन्म दिया था, लेकिन अभी कोलकाता की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि अधिवक्ता समाज की एक और सदस्य मोहिनी तोमर की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या का मामला सामने आया है।
इस घटना की घोर निंदा करते हुए जनमंच ने आज आगरा के सिविल कोर्ट परिसर में एक बैठक आयोजित की। बैठक में प्रशासन को 48 घंटे के भीतर हत्या का खुलासा करने और अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का अल्टीमेटम दिया गया। अगर निर्धारित समय के भीतर कार्रवाई नहीं की जाती, तो जनमंच बड़े स्तर पर आंदोलन की योजना बनाएगा।
कल लक्ष्मी लावनिया और श्याम सुंदर उर्फ प्रशांत सिंह के नेतृत्व में मानव श्रृंखला का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जनमंच अध्यक्ष चौधरी अजय सिंह ने की, जबकि संचालन पवन गुप्ता ने किया। बैठक में सत्येंद्र कुमार यादव, इदेश कुमार यादव, लक्ष्मी लवानिया, श्याम सुंदर, प्रशांत सिंह, खुशी, अर्चना, रचना, अमर सिंह, कमल, विनय अग्रवाल, फूल सिंह चौहान, डा. राजकुमार, उमेश दीक्षित, चौधरी विशाल सिंह, सतीश चंद्र शाक्य, अजय शर्मा, शिव कुमार सैनी, बी.एस. फौजदार, विकम सिंह राना, चंद्रभान सिंह, निर्मल, टी.पी. सिंह, नवल सिंह सिनसिन बार, दिलीप फौजदार, शिव सिंह राघव, विद्याराम बघेल, शिवराम सिंह चौहान, सुरेंद्र सिंह धाकरे, रामेश्वर बघेल, राजेंद्र सिंह सिकरवार, मोहन लाल, के.वी. लाल, और राहुल भी उपस्थित थे।