बिछवां, मैनपुरी: विकासखंड मैनपुरी के प्राथमिक विद्यालय कुबेरपुर में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का एक और मामला सामने आया है। सोमवार को विद्यालय पर ताला लटका हुआ था और कोई भी अध्यापक या छात्र-छात्रा उपस्थित नहीं था।
चार अध्यापकों का स्टाफ होने के बावजूद विद्यालय में कोई भी मौजूद नहीं था। विद्यालय प्रधानाचार्य ने बताया कि वे बीमारी से पीड़ित हैं, लेकिन उन्होंने अवकाश नहीं लिया है।
खंड शिक्षा अधिकारी अनुपम शुक्ला ने कहा कि उन्हें विद्यालय न खुलने की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर यह सच है तो दोषी अध्यापकों के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षामित्र नीरज शाक्य ने दोपहर 1:30 बजे विद्यालय का ताला खोला, लेकिन कोई भी छात्र-छात्रा उपस्थित नहीं था। अन्य दो अध्यापिकाएं और आंगनबाड़ी कार्यकत्री भी गायब थीं।
ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय पहले तो बहुत कम खुलता है, और जब खुलता भी है तो कोई पढ़ाई-लिखाई नहीं होती है। यह घटना शिक्षा व्यवस्था की बदहाली और शिक्षा विभाग की लापरवाही को उजागर करती है।
यह घटना कई सवाल खड़े करती है:
- क्या शिक्षा विभाग विद्यालयों में नियमित उपस्थिति और शिक्षण व्यवस्था की जांच करता है?
- क्या शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाती है?
- ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है?