अग्रोहा का सार है भैया, एक ईंट और एक रुपया के लगे जयकारे
मैनपुरी (घिरोर) । अग्रकुल शिरोमणि युग प्रवर्तक महाराजा अग्रसेन की शोभायात्रा कस्बे में धूमधाम के साथ निकाली गई। अग्रवाल समाज ने अपने आदर्श महापुरुष महाराजा अग्रसेन की जयंती के अवसर पर उन्हें याद करते हुए नगर में भव्य शोभायात्रा आयोजित की। इस शोभायात्रा से पूर्व धर्मशाला में हवन-पूजन का आयोजन भी किया गया।
शोभायात्रा का शुभारंभ चेयरमैन यतेंद्र कुमार जैन और समाज के बुजुर्गों ने महाराजा अग्रसेन के स्वरूप की आरती कर किया। शोभायात्रा मुख्य मार्ग स्थित शिव मंदिर से आरंभ होकर खारजा बंबा से वापस जसराना रोड स्थित अग्रवाल धर्मशाला में संपन्न हुई।
शोभा यात्रा में जसराना से आए बैंड ने अपने मधुर ध्वनि से लोगों को मोहित किया। इस शोभायात्रा में एक डोले पर महाराजा अग्रसेन विराजमान थे, जबकि दूसरे डोले पर कुलदेवी महालक्ष्मी की मूर्ति चल रही थी।
समाज के युवक और युवतियां महाराजा अग्रसेन के भजनों पर नृत्य करते हुए आगे बढ़ रहे थे। “एक ईंट और एक रुपया, अग्रोहा का सार है भैया”, “जब तक सूरज चांद रहेगा, अग्रसेन का नाम रहेगा” जैसे जयकारों से युवाओं ने उपस्थित लोगों में जोश भर दिया।
इस अवसर पर बोधकांत अग्रवाल, कुमदेश अग्रवाल, जयकांत अग्रवाल, रविप्रकाश गर्ग, बालगोविंद अग्रवाल, आलोक गर्ग, विनोद अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, भरत अग्रवाल, संजीव अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, अतुल अग्रवाल, अभय अग्रवाल, संजयकांत अग्रवाल, गणेश अग्रवाल, दीपचंद्र अग्रवाल, नीरज अग्रवाल सहित समाज के समस्त बंधु मौजूद रहे।
इस भव्य आयोजन ने न केवल समाज को एकजुट किया, बल्कि महाराजा अग्रसेन के आदर्शों को भी पुनर्जीवित किया।