मथुरा ( दीपक शर्मा )। शहर कोतवाली क्षेत्र के दीपनगर से गुरुवार दोपहर को सूचना मिली कि 17 वर्षीय किशोर का अपहरण हो गया है। सूचना मिलते ही मथुरा पुलिस में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे को किशोर के परिजनों ने बताया कि उनका बेटा ई स्कूटी से दूध लेने गया था। लेकिन 2 घंटे बाद जब वह नहीं आया तो चिंता होने लगी।
किशोर ने किया मैसेज, स्कूटी न मिलने पर पुलिस को हुआ शक– 2 घंटे बाद किशोर के मोबाइल से व्हाट्सएप ऐप से एक वॉइस मैसेज उसकी मां के फोन पर आया जिसमें किशोर कह रहा है। कि उसका अपहरण हो गया है। और उसे दो लोग कार से सौंख की तरफ ले जा रहे हैं। व्हाट्सएप ऐप मैसेज मिलते ही परिवार में हड़कंप मच गया। परिवार ने अपहरण होने की जानकारी तत्काल पुलिस को दी।
इस मामले में जब पुलिस ने जांच की तो उन्होंने सबसे पहले उसे स्कूटी की तलाश की जिस पर वह दूध लेने गया था। काफी देर तक तलाश करने के बाद जब स्कूटी नहीं मिली तो पुलिस को शक हुआ। इसके साथ ही व्हाट्सएप ऐप पर किशोर का वॉइस मैसेज भी शक पैदा कर रहा था।
पुलिस ने व्हाट्सएप ऐप लोकेशन से तलाशा किशोर, पिता से नाराज होकर चला गया था घर से– पुलिस ने इसके बाद आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी। जिसके बाद पुलिस की सर्विलांस टीम ने किशोर की लोकेशन पता लगाने के लिए उसके व्हाट्सएप ऐप का सहारा लिया। पुलिस ने व्हाट्सएप ऐप लोकेशन के आधार पर किशोर की तलाश शुरू की जिसके बाद उसे दिल्ली के करोल बाग इलाके से बरामद कर दिया।
किशोर को बरामद करने के बाद पुलिस उसे लेकर वापस मथुरा आई। जहां पुलिस ने जब पूछा कि तो उसने बताया कि वह पायलट बनना चाहता है। जबकि पिता उसे क्रिकेटर बनाना चाहते थे। इसके लिए एक अकादमी में एडमिशन भी कर दिया था। इसी बात से नाराज होकर वह घर से निकाला और अपहरण की कहानी बनाई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि किशोर को सकुशल परिजनों को सपोर्ट कर दिया गया है। अपहरण की कहानी फर्जी निकली।