आगरा। भगवाधारियों की सरकार में जनप्रतिनिधियों पर सत्ता का नशा जमकर चढ़ रहा है। अपना महिमा मंडन करने के लिए शासन से लेकर प्रशासन को भी गुमराह किया जा रहा है।
आपको बता दें कि ताजनगरी आगरा के छावनी विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक डॉ जीएस धर्मेश, प्रदेश की तो सरकार के प्रथम कार्यकाल में राज्यमंत्री पद पर कार्यरत थे थे। 2022 में पुनः विधायक निर्वाचित होने के उपरांत जीएस धर्मेश को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली, उन्हें सिर्फ जनप्रतिनिधि के रूप में विधायक बनकर ही संतोष करना पड़ा। बताया जा रहा है कि विधायक के सोशल मीडिया पर पत्र वायरल हो रहे हैं। वायरल पत्र मुख्यमंत्री को संबोधित हैं। उक्त पत्र में विधायक द्वारा अपने पदनाम में राज्यमंत्री समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं समाज कल्याण विभाग लिखा गया है। विधायक के इन वायरल पत्रों को देखकर आमजन बहुत ज्यादा भ्रमित हो रहे हैं ।उन्हें समझ नहीं आ रहा कि विधायक, पुनः राज्यमंत्री बन गए हैं क्या। क्षेत्रवासियों के अनुसार अपने को राज्यमंत्री के रूप में प्रचारित कर विधायक द्वारा अपना आभामंडल बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। संगठन हलकों में भी इस बात की नाराजगी हो रही कि पार्टी विद डिफरेंस का नारा देने वाली पार्टी में अनुशासन को तार तार किया जा रहा है। सुशासन, शुचिता का मूलमंत्र गायब हो रहे हैं। इस मामले में विधायक का पक्ष जानने हेतु उनको फोन करने पर उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।