“किसी भी आपातकाल में घबराएं नहीं, धैर्य और संयम से कार्य करें” – अपर जिलाधिकारी
हवाई हमले या बड़ी आपदाओं की स्थिति में सतर्क रहें और त्वरित प्रतिक्रिया देने हेतु तैयार रहें
अग्रभारात संवाददाता विशाल त्रिपाठी
प्रतापगढ़। आपातकालीन परिस्थितियों के दृष्टिगत जनपद के सेंट एन्थोनी इंटर कॉलेज, प्रतापगढ़ में नागरिक सुरक्षा को लेकर मॉक ड्रिल एवं अभ्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान सेंट एन्थोनी इंटर कॉलेज में असामाजिक तत्वों द्वारा बम के माध्यम से हमला किया गया। जैसे ही विद्यालय को जानकारी मिली, तत्काल विद्यालय प्रशासन द्वारा सायरन बजाकर बच्चों, अध्यापकों और समस्त कर्मचारियों को अलर्ट किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य फादर आनन्द कुमार जॉन ने तत्काल जिला प्रशासन व डायल 112 को सूचित किया।मौके पर पुलिस बल, अग्निशमन, होमगार्ड, एनसीसी कैडेट व चिकित्सा टीमें पहुँचीं और विद्यालय में बम से लगी आग को अग्निशमन दमकल द्वारा बुझाया गया। रेस्क्यू टीमों ने विद्यालय में हमले से घायल हुए बच्चों को बाहर निकाला और 108 एम्बुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल भेजा गया। वहीं, विद्यालय की बिल्डिंग में फँसे अन्य बच्चों को भी सकुशल निकाला गया।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) आदित्य प्रजापति ने कहा कि किसी भी आपातकाल में घबराएं नहीं, धैर्य और संयम से कार्य करें। जिला प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करें, अफवाहों पर ध्यान न दें और उन्हें न फैलाएं। धैर्य, संयम और जागरूकता ही आपको और आपके प्रियजनों को सुरक्षित रख सकती है।
इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी दुर्गेश कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी सदर नैन्सी सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र सिंह, ईओ नगर पालिका राकेश कुमार, जिला आपदा विशेषज्ञ अनुपम शेखर तिवारी सहित संबंधित अधिकारी, जनपद के समाजसेवी, व्यापार/उद्योग के पदाधिकारी, विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं एवं अन्य सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मो. अनीस द्वारा किया गया।मॉक ड्रिल के दौरान बताया गया किआपातकालीन परिस्थितियों जैसे कि हवाई हमले या बड़े आपदाओं की स्थिति में सतर्क रहें और त्वरित प्रतिक्रिया देने हेतु तैयार रहें। जनता से अपील की गई कि ब्लैकआउट के समय, सायंकाल से रात्रि तक निर्धारित समय में बिजली बुझा दें। एयर रेड सायरन बजने पर शांतिपूर्वक अपने सुरक्षित स्थान पर शरण लें, अफवाहों से बचें और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों व स्थानीय प्रशासन का सहयोग करें।मॉक ड्रिल को गंभीरता से लें ताकि आपातकाल की स्थिति में जान-माल की हानि को न्यूनतम किया जा सके। घबराएं नहीं, बच्चों एवं पूरे परिवार को जागरूक करें। मोबाइल या रेडियो पर सरकारी अलर्ट सुनें। सुरक्षित शरण स्थल एवं बंकर की जानकारी लें। अपने घर में मजबूत, बिना खिड़की वाला कमरा तैयार रखें। शरण स्थल तक जल्दी पहुँचने का रास्ता पहले से तय करें।
जरूरी वस्तुएँ तैयार रखें जैसे — कम से कम तीन दिन का पीने का पानी, सूखा भोजन (बिस्किट, ड्राई फूड आदि), प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च एवं एक्स्ट्रा बैटरी/सेल, पहचान पत्र/आईडी, मेडिकल रिपोर्ट आदि सुरक्षित रखें, खिड़कियों पर मोटे पर्दे या काले कागज लगाएँ। शीशे से दूर रहें, जमीन पर लेट जाएँ।हवाई हमले के बाद बाहर तभी निकलें जब सरकारी निर्देश मिलें। घायल हो तो प्राथमिक उपचार करें। यदि संदिग्ध वस्तु या बम दिखे तो उसे न छुएँ, तुरंत पुलिस को सूचित करें। यदि सड़क पर हों तो वाहन किनारे खड़ा कर उसकी लाइट बंद कर दें।बुधवार को सायंकाल 7:30 बजे से रात्रि 8:30 बजे तक अपने घरों/प्रतिष्ठानों की लाइट, प्रकाश, इनवर्टर आदि देशहित में बंद रखें, जिससे प्रकाश बाहर न दिखे। हवाई हमले का रेड सिग्नल 2 मिनट तक ऊँची-नीची आवाज में सायरन द्वारा दिया जाता है तथा खतरा टलने की सूचना 2 मिनट तक एक समान आवाज में सायरन बजाकर दी जाती है, ताकि बचाव एवं राहत कार्य शीघ्र हो सके।