पटना, बिहार: बिहार में मानसून ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है, और लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। जहानाबाद में एक डैम टूट जाने से 24 गांवों में पानी भर गया है, जिससे लगभग 50 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, नालंदा में भी एक बांध टूटने से दर्जनों गांवों के खेत जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग ने गुरुवार को बिहार के 18 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से उठा निम्न दबाव का क्षेत्र राज्य के कई हिस्सों को प्रभावित कर रहा है। इसके असर से पश्चिम चंपारण, पटना सहित कई जिलों में भारी वर्षा के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है।
आकाशीय बिजली गिरने से 20 लोगों की मौत
पिछले 24 घंटों में बिहार के 12 जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई है। इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने से 20 लोगों की दुखद मौत हो गई है। मृतकों में नालंदा के 5, वैशाली के 4, नवादा के 4, पटना के 2, बांका के 2, औरंगाबाद, शेखपुरा और जहानाबाद के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं और कई क्षेत्रों में जलजमाव हो गया है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और खराब मौसम के दौरान घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं।
जहानाबाद और नालंदा में बांध टूटने से स्थिति गंभीर
जहानाबाद में फल्गु नदी का तटबंध कई स्थानों पर टूट गया है, जिससे घोसी और मोदनगंज प्रखंड के भारथू, नंदना, बाजितपुर, मेटरा, ओकरी, तुलसीपुर सहित कुल 24 गांवों में बाढ़ का पानी तेजी से फैल गया है। अनुमान है कि 50 हजार से अधिक लोग प्रभावित हैं; कई जगह घरों और सड़कों पर पानी चढ़ने से आवाजाही बाधित हो रही है।
उधर, नालंदा जिले के पूरब से बहने वाली जिरायन नदी का जलस्तर तीव्र गति से बढ़ रहा है। दबाव के चलते अस्थावां प्रखंड के सदरपुर में तटबंध टूट गया, जिससे खेत डूब गए और आसपास के गांवों में पानी फैलने लगा। बिंद प्रखंड के बरहोग गांव तथा छा छु बिगहा का खंधा भी जिरायन की बाढ़ से जलमग्न है। स्थानीय प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और प्रभावित इलाकों में राहत कार्य समन्वित किए जा रहे हैं।