आगरा: आगरा नगर निगम ने शुक्रवार को छीपीटोला क्षेत्र में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 55,000 रुपये का जुर्माना वसूल किया। यह कार्रवाई खासतौर पर पुरानी सब्जी मंडी स्थित नगर निगम की खाली पड़ी भूमि पर हुई, जहां पुराने वाहनों के डिस्पोजल का कार्य किया जा रहा था। इस कार्रवाई से कारोबारी वर्ग में हड़कंप मच गया और नगर निगम के अधिकारियों को मौके पर विरोध का सामना करना पड़ा।
क्या था मामला?
छीपीटोला में स्थित पुरानी सब्जी मंडी में खाली पड़ी नगर निगम की भूमि पर पुराने वाहनों के कल पुर्जों को काटने और उन्हें नष्ट करने का कार्य किया जा रहा था। इस प्रक्रिया से आसपास गंदगी फैल रही थी, साथ ही वाहनों से निकलने वाला डीजल और बेकार सामान जलाकर वायु प्रदूषण भी हो रहा था। इसके कारण स्थानीय नागरिकों और व्यापारी वर्ग को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।
नगर निगम ने लिया कड़ा कदम
मामले की शिकायत नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल से की गई, जिनके आदेश पर नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। नगर निगम की प्रवर्तन दल की टीम ने कर्नल राहुल गुप्ता के नेतृत्व में शुक्रवार सुबह ही कार्रवाई शुरू की। जब निगम की टीम ने खाली पड़ी भूमि पर पड़े पुराने वाहनों के कल पुर्जों को हटाना शुरू किया, तो कारोबारी और स्थानीय नेता मौके पर पहुंच गए और कार्रवाई का विरोध किया।
क्या बोले अधिकारी?
निगम अधिकारियों ने बताया कि यह सरकारी भूमि है, और अतिक्रमण हटाना हमारी प्राथमिकता है। पुराने वाहनों का डिस्पोजल यहां पर गंदगी फैलाने और वायु प्रदूषण का कारण बन रहा था। इस पर कार्रवाई करते हुए उन्हें यह सामान हटाना पड़ा। नगर निगम ने जेसीबी मशीनों के माध्यम से पुरानी गाड़ियों के हिस्सों को अपने वाहन में लादकर हटा दिया, जिसके बाद विरोध करने वाले कारोबारी नरम पड़े।
जुर्माना और कार्रवाई
इस दौरान छीपीटोला के कारोबारी विमल जैन, राजू, बंटी, डिम्पी जैन और अभि जैन पर अतिक्रमण और गंदगी फैलाने के आरोप में 10-10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया और मौके पर ही जुर्माना वसूल किया गया। इसके बाद नगर निगम की टीम ने छीपीटोला चौराहे से लेकर बिजलीघर जाने वाले मार्ग पर स्थित फुटपाथों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी की।
अतिक्रमण और गंदगी हटाने की मुहिम जारी
नगर निगम की यह मुहिम यहीं खत्म नहीं हुई। इसके बाद, हरीपर्वत जोन में दिल्ली गेट स्थित बाबू गुलाबराय की प्रतिमा के आसपास की सड़क पर भी ठेले और खोमचों को हटाया गया। इस दौरान जेडओ ताजगंज पी सिंह और एसएफआई मुकेश कुमार भी उपस्थित रहे।
नगर निगम की कोशिशें
नगर निगम की यह कार्रवाई यह साबित करती है कि प्रशासन किसी भी प्रकार के अतिक्रमण या गंदगी फैलाने वाले कारोबारियों को बख्शने वाला नहीं है। अब नगर निगम की टीम का कहना है कि वे शहर भर में अतिक्रमण हटाने और सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए इसी तरह की कठोर कार्रवाई करती रहेंगी।