नोएडा और गाजियाबाद के निवासी रैपिड रेल कॉरिडोर से सीधी कनेक्टिविटी की मांग कर रहे हैं। उनका विरोध इस बात के खिलाफ है कि रैपिड रेल कॉरिडोर का उनके शहरों से सीधा संपर्क नहीं होगा।
निवासियों का कहना है कि रैपिड रेल कॉरिडोर से सीधी कनेक्टिविटी न होने से उन्हें लंबा सफर करना पड़ेगा और समय और पैसा दोनों की बर्बादी होगी। उनका यह भी कहना है कि इससे सड़कों पर ट्रैफिक बढ़ेगा और प्रदूषण का स्तर भी बढ़ेगा।
निवासियों ने रैपिड रेल कॉरिडोर के अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे नोएडा और गाजियाबाद को सीधे संपर्क से जोड़ें। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।
रैपिड रेल कॉरिडोर एक हाई-स्पीड रेल लाइन है जो दिल्ली को मेरठ से जोड़ेगी। यह लाइन दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और मेरठ से होकर गुजरेगी। इस लाइन के 2025 में चालू होने की उम्मीद है।
रैपिड रेल कॉरिडोर के अधिकारियों का कहना है कि वे नोएडा और गाजियाबाद के निवासियों की मांग पर विचार कर रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि वे इन शहरों को रैपिड रेल कॉरिडोर से जोड़ने के लिए सबसे अच्छा तरीका निकालेंगे।
यह देखना बाकी है कि रैपिड रेल कॉरिडोर के अधिकारी नोएडा और गाजियाबाद के निवासियों की मांग को पूरा करते हैं या नहीं। अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो इससे इन शहरों के निवासियों को काफी परेशानी होगी।